मुंबई में सांताक्रूज स्थित ‘लोकप्रिय’ एयर इंडिया ग्राउंड, जो पृथ्वी शॉ, यशस्वी जायसवाल और शिवम दुबे जैसे टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों की कर्मभूमि रहा है, अब महत्वाकांक्षी क्रिकेटर्स के लिए उपलब्ध नहीं हो सकता है। इससे करीब 1000 प्रतिभाशाली क्रिकेटर्स के भविष्य खतरे में पड़ गया है। यह मैदान मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) के स्वामित्व वाले एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के अंदर है। इसे पिछले साल अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) ने अपने कब्जे में ले लिया था।

बुधवार यानी 13 जुलाई 2022 को एमआईएएल ने इस स्थल पर कोई गतिविधि होने पर ‘कानूनी परिणाम’ भुगतने की चेतावनी दी। यहां लगभग 60 नेट्स पर करीब 1,000 क्रिकेटर प्रशिक्षण लेते हैं। यह मैदान पास में रहने वालों के लिए सुबह की सैर का पसंदीदा स्थल भी है। इस जगह से दूसरा सबसे पास ग्राउंड दक्षिण मुंबई में क्रॉस मैदान है, जो करीब इससे 22 किलोमीटर दूर है।

एमआईएएल ने एअर इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक रवि बोधाडे को संबोधित एक पत्र में कहा है, कृपया ध्यान दें कि स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की भूमि एएआई द्वारा एमआईएएल को दे दी गई है और हमने उस पर कब्जा ले लिया है। इस भूमि पर किसी भी प्रकार की गतिविधि करने की अनुमति नहीं है। भूमि का इस्तेमाल करने के लिए यदि किसी बल का इस्तेमाल किया जाता है तो एमआईएएल अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए कानूनी कार्रवाई करेगा।

पत्र में यह भी कहा गया है कि किसी भी प्रकार की शांति व्यवस्था भंग होने की स्थिति से बचने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में पुलिस उपायुक्त जोन VIII को भी इस संबंध में सूचित कर दिया गया है। जब जमीन के लिए कंपनी की योजनाओं पर टिप्पणी मांगने की कोशिश की गई तो एमआईएएल के प्रवक्ता ने द इंडियन एक्सप्रेस के टेक्स्ट मैसेज और कॉल का जवाब नहीं दिया।

उपनगर में 70-गज की बाउंड्री वाला यह एकमात्र क्रिकेट मैदान है। यहां शाम को फ्लडलाइट्स की रोशनी में नियमित मैच होते रहते हैं। इसका इस्तेमाल सचिन तेंदुलकर के बेटे और भारत के पूर्व अंडर-19 खिलाड़ी अर्जुन तेंदुलकर समेत मुंबई के अन्य रणजी ट्रॉफी खिलाड़ियों द्वारा प्रशिक्षण के लिए किया गया है।

इस मामले में भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने कहा, ‘मैदान भविष्य के क्रिकेटरों के लिए एक पाइपलाइन रहा है। उस मैदान से पृथ्वी शॉ और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ी निकले हैं। अगर उस मैदान पर कोई एक्टिविटी नहीं होगी, तो वह पाइपलाइन बंद हो जाएगी।’

एयर इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशुतोष दुबे ने कहा, ‘यहां 62 नेट सत्र हैं जो यहां रोजाना चलते हैं। वहीं, इस कॉम्प्लेक्स में शूटिंग, टेबल टेनिस, टेनिस और बैडमिंटन की भी सुविधा है। यह मैदान पश्चिमी और मध्य उपनगर के लोगों को जोड़ता है।’

इस मैदान पर एमसीसी क्रिकेट अकादमी चलाने वाले ज्वाला सिंह कहते हैं, ‘मेरे पास अन्य जगहों पर भी कोचिंग सेंटर हैं, लेकिन कई ऐसे लोग हैं जिनका जीवन इसी मैदान पर निर्भर है। कई कोच यहां कोचिंग से कमाई करते हैं। यह केवल क्रिकेट ही नहीं, बल्कि अन्य खेलों के लिए भी है।’

उन्होंने कहा, ‘मुंबई के उपनगर में यह एकमात्र सही मैदान है।’ ज्वाला सिंह की अकादमी में हाल ही में श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज चामिंडा वास ने एक कोचिंग क्लिनिक में खिलाड़ियों को टिप्स दिए थे। बुधवार शाम जब परिसर में ताला लगा मिला तो कई लोग विरोध में एकट्ठा हो गए। इसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।

स्थानीय निवासी प्रकाश शेट्टी ने बताया, ‘हमने पुलिस को फोन किया। वे उस आदेश को देखना चाहते थे जिसमें कहा गया है कि आम जनता इसका इस्तेमाल नहीं कर सकती है। मैदान का इस्तेमाल कई खिलाड़ी अपनी फिटनेस दिनचर्या के लिए करते हैं। इससे पहले भी, जीवीके, जो मुंबई हवाई अड्डे का प्रबंधन कर रहा था, ने मैदान को बंद करने की कोशिश की थी, लेकिन हमने विरोध किया और मामला सुलझ गया था।’