England vs Zimbabwe 4 day test: आईपीएल 2025 के बीच इंग्लैंड और जिम्बाब्वे के बीच एकमात्र टेस्ट मैच का आयोजन किया जा रहा है और इसकी शुरुआत 22 मई से हुई। कमाल की बात ये है कि ये टेस्ट मैच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का हिस्सा नहीं है। 2003 के बाद यह पहला मौका है जब दोनों टीमों के बीच कोई टेस्ट मैच खेला जा रहा है। वहीं आम तौर पर एक टेस्ट मैच 5 दिन का होता है, लेकिन ये मैच 4 दिनों का है।
इंग्लैंड-जिम्बाब्वे क्यों खेल रहे हैं चार दिवसीय टेस्ट मैच
टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1877 में हुई थी और शुरुआती साल में पहला टेस्ट खेले जाने के बाद से तीन, चार और छह दिवसीय मैचों का आयोजन किया जाता था। हालांकि 2017 में बॉक्सिंग डे पर पोर्ट एलिजाबेथ में साउथ अफ्रीका और जिम्बाब्वे के बीच 4 दिवसीय टेस्ट मैच, 1973 में न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच खेले गए चार दिवसीय टेस्ट मैच के बाद खेला गया था। यानी 44 साल के बाद 2017 में कोई चार दिवसीय टेस्ट मैच खेला गया।
ऐसा तब हुआ था जब आईसीसी ने अधिक टीमों को टेस्ट मैच खेलने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 4 दिवसीय टेस्ट मैच खेलने की अनुमति दी थी। इंग्लैंड ने 2019 में चार दिवसीय टेस्ट मैच में आयरलैंड की मेजबानी की थी और उसके बाद इंग्लिश टीम अब जिम्बाब्वे के खिलाफ 4 दिनी टेस्ट मैच खेल रही है।
चार दिवसीय टेस्ट में अलग होते हैं नियम
चार दिवसीय टेस्ट के नियम काफी अलग हैं क्योंकि 90 ओवरों के बजाय हर दिन 98 ओवर फेंकने होते हैं। 5 दिन के टेस्ट मैच में एक दिन में 90 ओवर फेंकने होते हैं। 5 दिन के टेस्ट मैच में जहां 450 ओवर का खेल होता है तो वहीं 4 दिन के टेस्ट मैच में 392 ओवर का खेल होता है। 4 दिन के टेस्ट मैच में फॉलो-ऑन का नियम भी अलग होता है। 5 दिन के टेस्ट मैच में 200 रन की बढ़त पर फॉलो-ऑन लागू होता है जबकि चार दिन के मैच में यह 150 रन की बढ़त पर ही लागू होता है।
5 दिन के टेस्ट मैच में एक दिन में छह घंटे खेलना अनिवार्य होता है जबकि इसमें अतिरिक्त समय जोड़ने का विकल्प भी होता है जबकि 4 दिन के टेस्ट मैच में एक दिन में साढ़े छह घंटे का खेल होता है और इसमें 30 मिनट अतिरिक्त समय जोड़ने का विकल्प होता है। 5 दिन के टेस्ट मैच में 2-2 घंंटे का सत्र होता है जबकि 4 दिन के टेस्ट में हरेक सत्र तीन घंटे का होता है।