कोरोना के खौफ के बीच आज से यानी 8 जुलाई से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट फिर से शुरू हो गया। कोरोनावायरस के कारण मार्च से एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं हुआ था। क्रिकेट को दोबारा फिर से शुरू होने में 117 दिन लगे। हालांकि, इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के लिए क्रिकेट की ये वापसी यादगार नहीं रही। उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट की सीरीज के पहले मुकाबले में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया।
ब्रॉड इंग्लिश टीम की तेज गेंदबाजी के अहम सदस्य रहे हैं। पिछले 8 साल में इंग्लैंड की टीम अपने होमग्राउंड पर जब भी खेली है वे उस मुकाबले में जरूर उतरे हैं। लेकिन अब उनका यह क्रम टूट गया। 51 टेस्ट के बाद ब्रॉड अपने होमग्राउंड पर टीम में नहीं हैं। पिछली बार ऐसा 2012 में हुआ था। तब भी सामने वेस्टइंडीज की टीम ही थी। हालांकि, यह मैदान साउथम्पटन का है और वह एजबेस्टन का था। ब्रॉड की जगह मार्क वुड को टीम में शामिल किया। उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन का इनाम मिला।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक ने होमग्राउंड पर लगातार 2006 से 2018 तक खेले थे। इस दौरान इंग्लैंड की टीम ने 89 टेस्ट मैच खेली थी। दूसरे स्थान पर एंड्रयू स्ट्रॉस हैं। स्ट्रॉस ने 2004 से 2012 तक लगातार 61 मैच खेले थे। चौथे स्थान पर ब्रॉड और पांचवें नंबर पर एलन नॉट हैं। नॉट ने 1967 से 1977 तक लगातार 50 टेस्ट में हिस्सा लिया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच शुरू होने से पहले माना जा रहा था कि इंग्लैंड की टीम जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर और स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इंग्लैंड की टीम का नेतृत्व जो रूट की जगह बेन स्टोक्स कर रहे हैं। वहीं, वेस्टइंडीज की टीम की कमान अनुभवी ऑलराउंडर जेसन होल्डर के हाथों में है। स्टोक्स को इंग्लैंड का 81वां कप्तान बनाया गया है। रूट दोबारा पिता बने हैं, इसलिए उन्होंने छुट्टी ली है। वे दूसरे टेस्ट से पहले टीम के साथ जुड़ जाएंगे। हालांकि, मैच से पहले उन्हें 7 दिन तक आइसोलेशन में रखा जाएगा। ब्रॉड इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। उन्होंने 138 टेस्ट में 485 विकेट लिए हैं। पहले स्थान पर 152वां मैच खेल रहे एंडरसन हैं। उन्होंने 584 विकेट अपने नाम किए हैं।