England vs India, 3rd ODI: दिग्गज झूलन गोस्वामी के विदाई मैच का दिलचस्प अंत हुआ। भारत की दीप्ति शर्मा ने चार्ली डीन को नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन-आउट कर दिया। डीन के आउट होते ही भारत ने तीसरा एकदिवसीय मैच 16 रन से जीतकर सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। इस जीत के साथ ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड में इतिहास रच दिया। उसने वनडे इंटरनेशनल में इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में पहली बार क्लीन स्वीप किया। साथ ही उसने इंग्लैंड के खिलाफ 20 साल बाद क्लीन स्वीप किया।
मेजबान टीम ने 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 118 रन पर नौ विकेट गंवा दिए, लेकिन डीन की 80 गेंद में 47 रन की पारी ने उसकी उम्मीदें जिंदा रखी थीं। हालांकि, दीप्ति शर्मा की जागरुकता ने मैच भारत की झोली में डाल दिया। दीप्ति ने अपनी गेंदबाजी में डीन को नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट किया। ऐसे आउट करने को तरीके को आमतौर पर ‘मांकडिंग’ के रूप में जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने हाल ही में इसे वैध घोषित किया है। मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने भी इस डिसमिसल को ‘अनफेयर प्ले’ से ‘रन आउट’ सेक्शन में बदल दिया है।
यह डिसमिसल पूरी तरह से वैध होने के बावजूद खिलाड़ियों, विशेषज्ञों और प्रशंसकों का एक वर्ग इसे ‘अनफेयर प्ले’ मानता है। लॉर्ड्स में दीप्ति के डीन को ऐसे आउट करने के बाद जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्राड, सैम बिलिंग्स जैसे इंग्लैंड के कई दिग्गज खिलाड़ियों को यह नागवार गुजरा। वे खेल भावना की दुहाई देने लगे। हालांकि, वीरेंद्र सहवाग, वसीम जाफर और आकाश चोपड़ा समेत कई भारतीय दिग्गजों ने भी उन्हें करारा जवाब दिया।
इंग्लैंड के बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने भी साथी खिलाड़ियों को आईना दिखाया। हेल्स की हाल ही में टी20 विश्व कप के लिए चुनी गई इंग्लैंड की टीम में लंबे समय बाद वापसी हुई है। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने जब आईपीएल में जोस बटलर को ऐसे आउट किया था, तब उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। हालांकि, इस बार सोशल मीडिया पर दीप्ति शर्मा की बहादुरी और जागरुकता की काफी प्रशंसा हुई।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि वह इस तरह का मैच नहीं जीतना चाहेंगे। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने इस तरह के आउट करने को लेकर नाराजगी जाहिर की। वह मैच के दौरान ऑन-एयर थे। उन्होंने कहा, ‘नहीं। मुझे बहुत ज्यादा यकीन नहीं है। कानून बदल गए हैं, इसलिए अगर वह गेंद फेंकने वाली थी और नॉन-स्ट्राइकर क्रीज छोड़ देती तो आप नॉन-स्ट्राइकर को रन आउट कर सकते हैं।’
स्टुअर्ट ब्राड ने ट्वीट में लिखा, ‘मुझे मांकडिंग की बहस वाकई दिलचस्प लगती है। दोनों तरफ से इतने सारे विचार। मैं व्यक्तिगत रूप से इस तरह का मैच नहीं जीतना चाहूंगा। इसके अलावा, दूसरों को अलग तरह से महसूस करने में बहुत खुशी होती है।’ जेम्स एंडरसन ने लिखा, ‘कभी नहीं समझ पाऊंगा कि खिलाड़ियों को ऐसा करने की आवश्यकता क्यों महसूस होती है?’
सैम बिलिंग्स ने लिखा, ‘निश्चित रूप से ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जिसने खेल खेला है और जो सोचता है कि यह स्वीकार्य है? सिर्फ क्रिकेट ही नहीं…।’ एलेक्स हेल्स ने सैम बिलिंग्स को जवाब देते हुए लिखा, ‘जब तक गेंद हाथ से नहीं छूट जाती, तब तक नॉन स्ट्राइकर के लिए क्रीज पर टिके रहना मुश्किल नहीं होना चाहिए…।’
टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने अंग्रेजों को क्रिकेट के नियमों की याद दिलाई। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘इंग्लैंड के कुछ लोगों को देखकर अच्छा लग रहा है जो हार गए। उन्होंने ट्वीट में 2 तस्वीरें भी शेयर कीं। पहली तस्वीर पर लिखा था, एक खेल ईजाद करो और उसके नियमों को भूल जाओ। दूसरी तस्वीर पर 41.16.1 के नियम का स्क्रीनशॉट था।’
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और कॉमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने ट्वीट कर कहा कि दीप्ति ने सही काम किया। रविचंद्रन अश्विन ने बहुत ही मजाकिया ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘आप अश्विन को क्यों ट्रेंड करा रहे हैं? आज की रात दूसरे गेंदबाजी नायक की है।’ अश्विन का आशय दीप्ति शर्मा से था।
वसीम जाफर ने लिखा, ‘यह वास्तव में काफी सरल है। जब गेंदबाज रन अप लेना शुरू करता है तब से ही गेंद मानी जाती है। उस क्षण से एक बल्लेबाज या नॉन स्ट्राइकर जो भी हो, उसे गेंद पर नजर रखनी होगी, अगर आप थोड़े लापरवाह हैं, तो विरोधी आपको आउट कर देंगे।’ #ENGvIND