सौराष्ट्र टीम में चेतन साकरिया के साथी और गुरु शेल्डन जैकसन उन्हें फीनिक्स बुलाते हैं। फीनिक्स का मतलब, वह पौराणिक पक्षी है, जो हर बार भस्म होने के बाद फिर वापसी करता है। चेतन की कहानी भी काफी कुछ फीनिक्स के चरित्र जैसी है। चेतन साकरिया ने 12 अप्रैल 2021 को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में डेब्यू किया। वह राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा थे। उन्होंने पहले ही मैच में 31 रन देकर 3 विकेट झटके।
यही नहीं, उन्होंने 20वें ओवर में सिर्फ 5 रन दिए थे। चेतन ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने 23 जुलाई 2021 को वनडे इंटरनेशनल और 28 जुलाई 2021 को टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया। हालांकि, राजकोट से करीब 180 किलोमीटर दूर वरतेज (भावनगर जिला) में 28 फरवरी 1998 को जन्में चेतन साकरिया के लिए सफलता का सफर काफी मुश्किल भरा रहा। चेतन साकरिया का बचपन काफी गरीबी में बीता। यही वजह रही कि उनका बल्लेबाज का सपना टूट गया।
ईएसपीएन क्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में साकरिया ने बताया, ‘जब बैट्समैन था, तो मुझे लगता था कि यह मैं अफोर्ड (वहन) नहीं कर पाऊंगा, इसलिए बॉलर बना। गेंदबाज बनने में ज्यादा खर्चा नहीं होता। अब गेंदबाज बन गया हूं, चलो अच्छा ही हुआ।’ उनकी मां वर्षा बेन भी कहती हैं कि चेतन घर की परिस्थिति समझता था, इसलिए कुछ डिमांड नहीं कहता था।
यही नहीं, एक समय चोट के कारण चेतन का करियर खत्म होने की कगार पर था। लेकिन जैसा उनका नाम फीनिक्स रखा गया है, उसी के अनुरुप उन्होंने शानदार वापसी की। चेतन 16 साल की उम्र में स्टेट लेवल तक पहुंच चुके थे, तभी उन्हें बड़ा झटका लगा।
चेतन कहते हैं, ‘जैसे ही करियर ऊपर जा रहा था, एकदम नीचे आ गया। यहां पर टीम के साथ फिजियोथेरेपिस्ट नहीं रखते थे। ऐसे में उससे जुड़ी बीमारी को कैसे ठीक करना है, यह भी आइडिया नहीं था। ऐसे में मैंने शरीर को खुद से रिकवर होने दिया। उसमें ज्यादा टाइम लग गया। कम से कम मेरा एक साल बर्बाद हो गया।’
उस समय चेतन के घर के हालात बदतर थे। आगे क्या होगा यह भी पता नहीं था। मैच फीस मिलनी भी बंद हो गई थी। तब चेतन के बड़े मामा मनसुख भाई ने उन्हें 3 साल का वक्त दिया। उन्होंने बताया, ‘मैंने उससे बोला कि तुम 2-3 साल क्रिकेट खेल लो, फिर उसके बाद बिजनेस में आना पड़ेगा, ताकि घर खर्च में परिवार का हाथ बंटा पाओ।’
चेतन का आईपीएल डेब्यू शानदार रहा। राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें एक करोड़ 20 लाख रुपए में खरीदा था। यह भारी रकम थी, लेकिन वह और उनका परिवार इस बात की खुशी नहीं मना पाए। दरअसल, ऑक्शन से कुछ हफ्ते पहले (जनवरी 2021) ही चेतन के छोटे भाई का देहांत हो गया था। चेतन तब सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे। चेतन का ध्यान क्रिकेट से न भटके इसलिए परिजन ने भाई की मौत की खबर नहीं दी।
चेतन ने कहा, ‘अभी हम सेटल नहीं हुए हैं। अभी घर लेना है और अच्छी जगह लेना है। छोटी बहन की पढ़ाई वगैरह सबकुछ देखना है। मुझे लगता है कि मैं अब भी स्टैबल नहीं हुआ हूं। जब एक बार घर बन जाएगा और मैं सिर्फ अपनी प्रैक्टिस पर फोकस कर पाऊंगा। वैसी स्थिति में ही मानूंगा कि यह वैसी ही जिंदगी है, जैसी मैं चाहता हूं।’
चेतन के पिता कांजी भाई के पास टीवी खरीदने के पैसे नहीं थे। वह टैंपो चलाते थे। चेतन बताते हैं, ‘वास्तव में क्रिकेट तो मैं पापा की वजह से ही क्रिकेट में करियर बना पाया। वह भी थोड़ा बहुत टेनिस बॉल क्रिकेट खेलते थे। हालांकि, जब मैं 13 साल का था तब मैंने अपने स्कूल से क्रिकेट खेलना चालू किया।’
चेतन के पास एक वक्त पहनने के लिए स्पाइक्स भी नहीं थे। चेतन का सौराष्ट्र की सीनियर टीम में चयन होने वाला था। तब शेल्डन जैकसन ने एक शर्त पर उन्हें स्पाइक्स गिफ्ट किए थे। चेतन ने बताया, ‘शेल्डन भाई को मेरे पारिवारिक हालात के बारे में पता था। उन्होंने कहा कि तुम मुझे इतनी गेंदों में आउट करेगा तो मैं तुम्हें नए शूज दूंगा। मैंने उन्हें आउट कर दिया और उन्होंने अपना वादा निभाया।’