बीसीसीआई के निर्वासित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन दुबई में कल संपन्न होने वाली आईसीसी के बोर्ड की दो दिवसीय बैठक से स्वदेश लौटने के बाद अपनी भविष्य की रणनीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ चर्चा करने की तैयारी में हैं।
उच्चतम न्यायालय के आदेश ने श्रीनिवासन को बीसीसीआई चुनावों में हिस्सा लेने से रोक दिया है और छह महीने के भीतर चुनाव कराने को कहा है कि बोर्ड के अंदरूनी लोगों का मानना है कि तमिलनाडु के इस प्रशासक के पास चुनाव में शिरकत करने का मौका है बशर्ते वह अपनी आईपीएल फे्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स को तय समय सीमा में बेच दें।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘‘श्रीनिवासन 29 जनवरी को बोर्ड बैठक खत्म होने के बाद दुबई से लौटेंगे। उनके दिल्ली में 30 या 31 जनवरी को जेटली से मिलने की संभावना है या शायद टेलीकांफ्रेंस पर बात हो सकती है जो वित्त मंत्री के कार्यक्रम पर निर्भर करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीनिवासन ने हमेशा जेटली की सलाह को तवज्जो दी है इसलिए इस बार भी इससे कुछ अलग नहीं होगा। श्रीनिवासन और जेटली के बीच बैठक के बाद ही सारी स्थिति स्पष्ट होगी। आखिर जेटली का नियंत्रण आठ मतों (भाजपा की सत्ता वाले राज्य और संगठन) पर है और कुल 31 मतों में यह संख्या निर्णायक हो सकती है।’’
हालांकि बीसीसीआई में यह भी मानना है कि श्रीनिवासन चुनावों में हिस्सा लेंगे क्योंकि वह अपनी मुख्य कंपनी इंडिया सीमेंट्स को चेन्नई सुपरकिंग्स से अलग करने की तैयारी में हैं।