Dinesh Karthik on Rahul Dravid Break: टी20 वर्ल्ड कप 2022 ( T20 World Cup 2022) के बाद टीम इंडिया (Team India) लिमिटेड ओवर्स सीरीज के लिए न्यूजीलैंड दौरे (India Tour of New Zealand) पर गई है। मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को ब्रेक दिया गया है और वीवीएस लक्ष्मण कोच की भूमिका निभा रहे हैं। टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shashtri) ने द्रविड़ पर निशाना साधते हुए कहा था कि कोच के तौर पर आराम के लिए इंडियन प्नीमियर लीग (IPL) के दौरान मिलने वाला 2-3 महीने का ब्रेक काफी है। अब टीम इंडिया के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने शास्त्री को जवाब दिया है। टीम इंडिया को कुछ ही दिन में बांग्लादेश दौरे पर जाना है। यह न्यूजीलैंड दौरे से टकराएगी। ऐसे में कार्तिक ने कहा कि एक साथ दो जगह नहीं रह सकते।
कार्तिक ने क्रिकबज पर कहा, ” जैसा कि हम बात कर रहे हैं। 30 तारीख को टीम बांग्लादेश जा रही है और न्यूजीलैंड का दौरा 30 तारीख को समाप्त नहीं होने वाली है। मुझे नहीं लगता कि वह एक समय में दो जगहों पर हो सकते हैं। तो यह समझ में आता है।” कार्तिक का मानना है कि काफी क्रिकेट खेला जा रहा है, ऐसे में भविष्य में दौरे और सीरीज टकराएंगे। यह समय है कि भारत इंग्लैंड के रास्ते पर चले और दो अलग-अलग टीम बनाए। कोच भी अलग हों।
स्प्लिट कोचिंग पर बोले कार्तिक
कार्तिक ने कहा, “यह ऐसी चीज है जिस पर टीम इंडिया को 2023 एकदिवसीय विश्व कप के बाद गौर करने की जरूरत है, जब कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू होगा। मुझे लगता है कि स्प्लिट कोचिंग एक ऐसी चीज है जिसकी संभावना बहुत अधिक है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की वजह से टेस्ट क्रिकेट दिलचस्प हो गया है। हर दो साल में यह होना है। आपके पास टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों का अलग सेटअप होना चाहिए। व्हाइट बॉल क्रिकेट में आपके पास दोनों प्रारूपों में खेलने वाले खिलाड़ी होंगे, लेकिन आप देखेंगे कि टेस्ट खेलने वाले काफी खिलाड़ी इसका हिस्सा नहीं होंगे।”
टेस्ट और व्हाइट बॉल क्रिकेट का कोच अलग रखने में कोई दिक्कत नहीं
कार्तिक ने आगे कहा, “इसलिए मुझे टेस्ट और व्हाइट बॉल क्रिकेट का कोच अलग रखने में कोई दिक्कत नहीं है, जिसे इंग्लिश टीम ने अपना लिया है। बांग्लादेश में दो टेस्ट और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट अब महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह दिलाएंगे और इसलिए वह उस सीरीज का हिस्सा रहेंगे। इसलिए बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के लिए मजबूत टीम होनी चाहिए। टी20 इस समय पीछे रह जाएगा क्योंकि आपके पास अगले विश्व कप की तैयारी के लिए दो साल का समय है।”