दिल्ली क्रिकेट के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पूर्व कप्तान नितीश राणा और पिछले साल रणजी ट्रॉफी में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ध्रुव शोरे ने आगामी घरेलू सत्र के दौरान अन्य राज्यों का प्रतिनिधित्व करने के लिए डीडीसीए (DDCA) से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी/NOC) मांगा है। डीडीसीए (दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ) के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने शुक्रवार 11 अगस्त 2023 को इस घटनाक्रम की पुष्टि की।
नितीश राणा और ध्रुव शोरे से बात की जाएगी: राजन मनचंदा
राजन मनचंदा ने हालांकि आश्वासन दिया कि दोनों क्रिकेटर्स से बात की जाएगी और उनकी परेशानी को धैर्यपूर्वक सुना जाएगा, ताकि पता लगाया जा सके कि वे ऐसा निर्णय क्यों लेना चाहते हैं। राजन मनचंदा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘हां, यह सच है कि ध्रुव और नितीश दोनों दिल्ली क्रिकेट टीम को छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने एनओसी मांगी है। हम निश्चित रूप से उनसे रुकने का अनुरोध करेंगे, क्योंकि दोनों अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्होंने दिल्ली क्रिकेट की काफी सेवा की है।’
कप्तानी छीने जाने से नाराज हैं नितीश राणा
राजन मनचंदा ने कहा, ‘इस मामले में अंतिम निर्णय उनका ही होगा। अगर वे हम से सहमत नहीं हुए तो हम निश्चित रूप से उन्हें एनओसी (No Objection Certificate) देंगे।’ यह समझा जाता है कि पिछले साल तक टीम के सफेद गेंद (सीमित ओवर प्रारूप) के कप्तान रहे नितीश राणा को एक सत्र पुराने खिलाड़ी यश ढुल को यह जिम्मेदारी दिया जाना पसंद नहीं आया।
ड्रेसिंग रूम में कुछ अन्य खिलाड़ियों से भी है नितीश राणा को परेशानी
नितीश राणा को दिल्ली के ड्रेसिंग रूम में कुछ खिलाड़ियों से भी परेशानी है। उनमें मुंबई इंडियंस के हरफनमौला खिलाड़ी ऋतिक शौकीन भी शामिल हैं। ऋतिक शौकीन ने लाल गेंद की क्रिकेट में सराहनीय प्रदर्शन किया था। ध्रुव शोरे ने पिछले रणजी सत्र में 859 रन बनाए थे। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में मयंक अग्रवाल (990), अर्पित वसावदा (907) और अनुष्टुप मजूमदार (867) के बाद चौथे स्थान पर थे। हालांकि, दिल्ली की टीम नॉक-आउट चरण के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई थी।
इस कारण नाराज हैं ध्रुव शोरे
डीडीसीए (DDCA) के एक निदेशक (Director) ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, ‘नितीश (Nitish Rana) नाराज हैं, क्योंकि उन्हें लाल गेंद टीम से बाहर कर दिया गया और कप्तानी से हटा दिया गया। ध्रुव शोरे (Dhruv Shorey) नाराज हैं, क्योंकि पिछले सीजन में चयनकर्ताओं ने उन्हें लाल गेंद का विशेषज्ञ करार दिया था। इसलिए वे हटना चाहते हैं। हो सकता है कि अध्यक्ष रोहन जेटली (Rohan Jaitley) उनसे बात करें। बता दें कि डीडीसीए (DDCA) ने वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) को भी राज्य छोड़ने से नहीं रोका था।’
हिम्मत सिंह को सौंपी जा सकती है दिल्ली रणजी टीम की कमान
अब यह देखना होगा कि डीडीसीए नितीश राणा को कप्तानी का लालच देता है या नहीं। माना जा रहा है कि मध्यक्रम के धाकड़ बल्लेबाज हिम्मत सिंह को इस सत्र में रणजी ट्रॉफी की कप्तानी सौंपी जा सकती है, क्योंकि डीडीसीए में ज्यादातर लोग इस बात से सहमत हैं कि यश ढुल को कप्तानी सौंपने का फैसला जल्दबाजी में लिया गया था।
यश ढुल ने अब तक सिर्फ एक ही प्रथम श्रेणी मैच खेला था। इसके साथ ही यश ढुल भारत ‘ए’ के लिए राष्ट्रीय चयन समिति के रडार पर हैं, क्योंकि वह एनसीए के लक्षित खिलाड़ियों की सूची में हैं। उन्हें शिविर के लिए बुलाया गया है। वह इसी वजह से चेन्नई में बुची बाबू ट्रॉफी नहीं खेलेंगे।
अभय शर्मा से छिन सकता है मुख्य कोच का पद
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले डीडीसीए के एक सीनियर पदाधिकारी ने बताया, ‘यश ढुल को नवदीप सैनी के साथ एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में एक शिविर के लिए बुलाया गया है। वह बुची बाबू ट्रॉफी में नहीं खेलेंगे। हम हिम्मत को एक संभावित कप्तान के रूप में देख रहे हैं। वह ऐसा खिलाड़ी है जो चुनौतियों से कभी नहीं भागता है।’ यह भी पता चला है कि अभय शर्मा के दिल्ली टीम के मुख्य कोच बने रहने की संभावना नहीं है।