अपनी अगुआई में वेस्टइंडीज को दो बार टी-20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनाने वाले डैरेन सैमी ने यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने कुछ दिन पहले कहा था कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में नस्लवाद है। सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के लिए खेलने के दौरान टीम के साथी उन्हें कालू कहकर बुलाते थे। अब वह अपने बयान से पीछे हट गए हैं। वह अब समझ चुके हैं कि उनके लिए इस्तेमाल किया जाना वाला यह शब्द प्यार में कहा जाता था। किसी भी खिलाड़ी का उद्देशय उन्हें नीचा दिखाना नहीं था। सैमी ने ट्वीट कर यह स्थिति स्पष्ट की।

डैरैन सैमी का यह गुस्सा सनराइजर्स हैदराबाद के तत्कालीन साथी से बात करने के बाद उतरा। सैमी ने ट्वीट कर बताया, ‘उनकी हैदराबाद के तत्कालीन साथी से बात हुई है। अब वह समझ गए हैं कि लोग उन्हें प्यार से कालू बुलाते थे।’ सैमी ने ट्वीट में लिखा, ‘मुझे यह बताकर काफी खुशी हो रही है कि मेरी साथी खिलाड़ी से दिलचस्प बात हुई। हमने फैसला किया नकारात्मक चीजों पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय हमें लोगों को जागरुक करना चाहिए।। मेरे भाई ने मुझे भरोसा दिलाया है कि उन्होंने जो मुझे कहा वह प्यार में कहा गया था। मैं उनपर भरोसा करता हूं।’

इससे पहले डैरेन सैमी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने बताया था कि 2013-14 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने के दौरान टीम के खिलाड़ी उन्हें इस नाम से बुलाते थे। सैमी ने टीम के साथी खिलाड़ियों में से किसी का नाम लिए बगैर उनसे संपर्क कर माफी मांगने की मांग की थी।



उनके इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल होने लगी, जिसे इशांत शर्मा ने 14 मई 2014 को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। उस तस्वीर में वह, भुवनेश्वर कुमार, डैरेन सैमी और दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन थे। इसके कैप्शन में इशांत ने लिखा था, ‘मैं, भुवी, कालू और गन सनराइजर्स।’ उसी साल सैमी ने वीवीएस लक्ष्मण (टीम के तत्कालीन संरक्षक) को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट में खुद के लिए ‘कालू’ शब्द का इस्तेमाल किया था।