हैदराबाद। चेन्नई सुपरकिंग्स ने ड्वेन ब्रावो के अर्धशतक के बाद पैनी गेंदबाजी की बदौलत चैंपियंस लीग के दूसरे सेमीफाइनल में किंग्स इलेवन पंजाब को 65 रन से शिकस्त देकर फाइनल में प्रवेश किया। अब चार अक्तूबर को होने वाले खिताबी मुकाबले में उसका सामना कोलकाता नाइटराइडर्स से होगा जिसने होबार्ट हरिकेंस को पहले सेमीफाइनल में सात विकेट से पराजित किया। बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स ने ब्रावो के 39 गेंंद में 67 रन से निर्धारित 20 ओवर में सात विकेट पर 182 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम 18.2 ओवर में 117 रन पर सिमट गई।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब की शुरुआत ही अच्छी नहीं रही, उसने सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग :का विकेट दूसरे ही ओवर में खो दिया। इसके बाद टीम का स्कोर एक विकेट पर 24 रन से चार विकेट पर 24 रन हो गया। टीम ने लगातार रिद्धिमान साहा, ग्लेन मैक्सवेल और वोहरा के विकेट गंवा दिए। स्कोर में दस रन जुड़े ही थे कि कप्तान जार्ज बेली भी आउट हो गए। एक गेंद बाद थिसारा परेरा भी पवेलियन लौट गए। मिलर ने टीम को संभालना शुरू किया था कि वे अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। पटेल ने 18 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 31 रन जोड़े, तभी 90 रन के स्कोर पर वह रैना की गेंद का शिकार बने, एक गेंद बाद परविंदर अवाना भी चलते बने। अनुरीत आउट होने वाले अंतिम खिलाड़ी रहे।

इससे पहले ब्रावो को फाफ डु प्लेसिस से पूरा सहयोग मिला जबकि जडेजा ने अंत में योगदान दिया जिससे चेन्नई की टीम यह चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा करने में सफल रही। पंजाब के लिए अवाना ने 30 रन देकर चार विकेट और पटेल ने 30 रन देकर दो विकेट हासिल किए। बेली ने टास जीतकर क्षेत्ररक्षण का फैसला किया, जिसके बाद छह ओवर तक चीजें पंजाब के नियंत्रण में थी। तेज गेंदबाज अनुरीत और अवाना ने चेन्नई की खतरनाक बल्लेबाजी इकाई के खिलाफ नई गेंद से प्रभावित किया।

धर्मशाला, 2 अक्तूबर (भाषा)। भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीसरे एकदिवसीय क्रिकेट मैच में अब जब सिर्फ 15 दिन का समय बचा है तब भी हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) को 17 अक्तूबर को होने वाले इस मैच के आयोजन के लिए राज्य सरकार से सुरक्षा मंजूरी का इंतजार है। एचपीसीए के जनसंपर्क अधिकारी संजय शर्मा ने कहा कि हमने हिमाचल सरकार के मुख्य सचिव और पुलिस महनिदेशक के अलावा पुलिस उपायुक्त और कांगड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक को काफी पहले ही पत्र लिखकर अवगत कराया था लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है।

शर्मा ने कहा कि मैच में अब सिर्फ दो हफ्तों का समय बचा है और राज्य सरकार का रवैया संदिग्ध है। जब यह पूछा गया कि क्या हिमाचल सरकार ने कुछ सुरक्षा फीस की मांग की है तो जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि भारत और इंग्लैंड के बीच धर्मशाला में 2013 में जब पिछला वनडे खेला गया था तो इसी सरकार ने पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई थी और इसके लिए किसी फीस का भुगतान नहीं किया गया था।

शर्मा ने कहा कि भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे के अलावा धर्मशाला स्टेडियम ने नौ आइपीएल मैचों का आयोजन भी किया है और हर बार तत्कालीन राज्य सरकारों ने जरू री सुरक्षा मुहैया कराई और कभी इसके लिए पैसों की मांग नहीं की गई। लेकिन इस बार सुना है कि मुख्यमंत्री ने सुरक्षा फीस के संकेत दिए हैं।