भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि उनकी टीम की बल्लेबाजी को लेकर लगातार बढ़ रही समस्या तकनीकी से अधिक मानसिक है और उन्होंने साथी बल्लेबाजों से अपील की कि इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज को बचाने के लिए वे चीजों को सामान्य रखें। लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट में भारत दो पारियों में 107 और 130 रन ही बना पाया जिससे उसे रविवार को दूसरे टेस्ट में पारी और 159 रन से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम अब पांच मैचों की सीरीज में 0-2 से पिछड़ रही है जबकि तीसरा टेस्ट नॉटिंघम में 18 अगस्त से शुरू होगा। कोहली ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे कोई तकनीकी खामी नजर नहीं आती। अगर बल्लेबाज अपनी योजना को लेकर स्पष्ट हैं और उसे कोई तनाव नहीं है तो अगर गेंद पिच से मूव भी करती है तो भी आप इससे निपट सकते हो।’’ कोहली ने कहा कि सबसे सही यहीं होगा कि भारतीय टीम अगले मैच में जीत हासिल कर सीरीज का स्कोर 2-1 करे और इसके बाद सीरीज को रोमांचक बनाए।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर मेरे दिमाग में काफी कुछ चल रहा है तो मुझे लगता है कि अब गेंद ऐसा करेगी या वैसा करेगी या कुछ भी कर सकती है। आपके दिमाग में तीन-चार चीजें चल रही होती हैं। यह पुरानी बातें दोहराने जैसा होगा लेकिन जैसे कि महान खिलाड़ियों ने कहा है, चीजों को सामान्य रखो, आपको यही करना है। आप यहां आकर यह नहीं सोच सकते कि हालात काफी कड़े हैं। अगर आप इनसे निपटने की तैयारी करते हैं तो ये मुश्किल नहीं हैं, लेकिन लॉर्ड्स में हमने जिस तरह से खेला वह हार के ही लायक था।
मौसम भी भारत के पक्ष में नहीं रहा जिसे उस समय बल्लेबाजी करनी पड़ी जब आसमान में बादल छाए थे जबकि इंग्लैंड ने अपने रन तीसरे दिन उस समय बनाए जब धूप खिली थी। मौसम का अंदाजा लगा पाना संभव नहीं था। मैच की शुरुआत में यह बिल्कुल अलग था, लेकिन मेरा मानना है कि मैंने टीम के संयोजन में गलती की। अगले मैच में हमारे पास इस गलती को सुधारने का मौका है।” (इनपुट भाषा के साथ)