भारतीय टीम से बाहर चल रहे बल्लेबाज सुरैश रैना सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में एक बार फिर अपने पुराने रंग में नजर आए। सोमवार को उत्तर प्रदेश की तरफ से खेलते हुए उन्होंने महज 49 गेंदों में ही अपना शतक जड़ दिया। रैना के नाबाद 126 रनों की बदौलत उत्तर प्रदेश ने बंगाल के सामने जीत के लिए 236 रनों का लक्ष्य रखने में कामयाब रही। रैना ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, हालांकि उत्तर प्रदेश ने पहले ही ओवर में सलामी बल्लेबाज समर्थ सिंह का विकेट गवां दिया। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए कप्तान रैना ने आते ही बड़े शॉट्स लगाने शुरू कर दिए। इस मैच में रैना ने अपने टी-20 करियर का 7000 रन भी पूरा किया। रैना के अलावा भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली एक मात्र ऐसे भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने टी-20 फॉर्मेट में 7000 से अधिक रन बनाया है। रैना ने पारी की शुरुआत काफी तेजी से की और महज 22 गेंदों में ही अपना अर्धशतक जड़ दिया। अर्धशतक लगाने के बाद रैना ने संभलकर खेलना शुरू किया। अपनी पारी के दौरान रैना ने 13 चौके और 7 छक्के भी लगाए। रैना के अलावा अक्षदीप नाथ ने भी टीम के लिए 43 गेंदों में 80 रनों की पारी खेली।

टी-20 में रोहित शर्मा, विराट कोहली के बाद सुरैश रैना चौथा शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। इसके साथ वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे अधिक स्कोर 126 बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। इससे पहले उन्मुक्त चंद ने 2013 में 125 रन बनाए थे। गौरतलब है कि आईपीएल में इस साल सुरेश रैना एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई के लिए खेलते नजर आएंगे। रैना ने 2008 से 2015 तक चेन्नई के लिए खेलते हुए 132 मैचों में 3699 रन बनाए थे। इसके बाद पिछले दो सालों से आईपीएल में वह गुजरात लॉयंस की कप्तानी कर रहे थे। रैना अपनी आतिशी बल्लेबाजी के अलावा शानदार फील्डिंग के लिए भी जाने जाते हैं, उन्होंने आईपीएल में कई अविश्वसनीय कैच पकड़े हैं।
बता दें कि पिछले कुछ समय सुरैश रैना टीम से बाहर चल रहे हैं। यो-यो टेस्ट पास करने के बावजूद भी उन्हें दक्षिण अफ्रीका के लिए वनडे टीम में जगह नहीं मिल पाई थी। इसके पीछे की वजह रणजी में उनका औसत प्रदर्शन माना जा रहा था। ऐसे में मुश्ताक अली ट्रॉफी में रैना के प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय टीम के सिलेक्टर्स उन्हें टी-20 में मौका देने के बारे में जरूर सोचेंगे।