टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को लेकर टीम इंडिया को चेताया है। उन्होंने कहा कि पांड्या को इस साल के अंत में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले अगले कुछ महीनों के लिए केवल टी20 क्रिकेट खेलना चाहिए। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में गुजरात टाइटंस (GT) की कप्तानी करने के बाद पांड्या ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20ई सीरीज के लिए राष्ट्रीय टीम में वापसी की।

आईपीएल 2022 में पंड्या ने 15 मैचों में 44.27 की औसत से 487 रन बनाए, जिसमें उनके नाम चार अर्धशतक रहे। इसके अलावा उन्होंने आठ विकेट लिए। राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ फाइनल में उन्होंन तीन विकेट झटके। उन्होंने 140 से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी भी की। शास्त्री ने कहा कि पांड्या को ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 टूर्नामेंट से पहले पर्याप्त आराम मिलना चाहिए और उनकी फिटनेस का ध्यान रखने की जरूरत है।

भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे शास्त्री ने कहा कि हार्दिक ने हर मैच में एक-दो ओवर फेंकने के लिए पर्याप्त फिटनेस हासिल कर ली है। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स के शो गेम प्लान में कहा, “वह मेरे लिए एक बल्लेबाज के रूप में या एक ऑलराउंडर के रूप में टीम में वापस आएंगे। मुझे नहीं लगता कि वह इतनी बुरी तरह से घायल हैं, जहां वह आपको दो ओवर नहीं फेंक सकते। उन्हें पर्याप्त आराम मिला है और उन्हें पर्याप्त आराम मिलता रहेगा। विश्व कप तक उन्हें यही एकमात्र प्रारूप खेलना चाहिए। उन्हें उनको एकदिवसीय क्रिकेट खेलने का जोखिम नहीं उठाना चाहिए।

शास्त्री ने आगे कहा, “बड़े पैमाने पर, वह दो खिलाड़ियों का काम करते हैं। हार्दिक पंड्या को एक बल्लेबाज के रूप में खिलाने का मतलब होगा कि उन्हें शीर्ष चार या पांच में बल्लेबाजी करनी होगी, लेकिन अगर वह एक ऑलराउंडर के रूप में खेलेंगे तो वह पांच, छह या चार पर बल्लेबाजी कर सकते हैं और आपके लिए दो-तीन ओवर फेंक सकते हैं। हार्दिक के गेंदबाजी और बल्लेबाजी करने भारतीय टीम को मजबूती मिलती है। हार्दिक एक बेहतर क्रिकेटर हैं, जब वह दोनों काम करते हैं। इसलिए आप उन्हें विश्व कप तक फिट देखना चाहते हैं, आईपीएल में अच्छे संकेत मिले।

शास्त्री ने अंत में कहा कि हार्दिक जरूरत पड़ने पर टीम इंडिया के लिए नंबर 4 पर बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “मैं क्यों कह रहा हूं कि वह शीर्ष चार में हो सकते हैं, क्योंकि अगर किसी शीर्ष खिलाड़ी को चोट लगती है, तो वह वहां फिट हो सकते हैं। उनके पास अनुभव है। उनके पास उस स्थिति में खेल को समझने की क्षमता है। इसलिए मुझे लगता है कि वह अब एक अहम खिलाड़ी बन गए हैं।