मुल्तान में पाकिस्तान-इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट के दौरान पहले टेस्ट वाली पिच का ही इस्तेमाल होगा। इस पिच पर खूब रन बने थे। पाकिस्तान ने पहली पारी में 556 रन बनाए। इसके बाद भी उसे पारी की हार मिली। इंग्लैंड ने पहली पारी में 823 रन ठोक दिए थे। इसके बाद भी पाकिस्तान की टीम उसी पिच पर खेलने को तैयार है।
ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार टेस्ट के बाद ग्राउंड स्टाफ द्वारा भारी मात्रा में पानी डाले जाने के बाद रविवार को दोनों टीमों ने वैकल्पिक अभ्यास सत्र आयोजित किए। इसके लिए पिच के दोनों छोर पर बड़े पंखे लगाए गए थे। पाकिस्तान के को जेसन गिलेस्पी और कप्तान शान मसूद ने रविवार सुबह पिच का निरीक्षण किया। इससे पहले गिलेस्पी ने पीसीबी के मुख्य क्यूरेटर टोनी हेमिंग के साथ लंबी बातचीत की। हेमिंग भी ऑस्ट्रेलिया के हैं। पिच पर गेंदबाजों की फुटमार्क साफ देखी जा सकती थी। कड़ी धूप और पंखे के कारण पिच और सूखेगी और क्रैक बढ़ेंगे।
बेन स्टोक्स की वापसी होगी?
इस्तेमाल की गई पिच पर दूसरा टेस्ट खेलने के फैसले को देखते हुए इंग्लैंड की प्लेइंग 11 में कप्तान बेन स्टोक्स की वापसी हो सकती है। यहां स्पिन की बड़ी भूमिका होने की संभावना है। स्टोक्स ने पिछले सप्ताह अपने गेंदबाजी वर्कलोड को बढ़ाया है और रविवार की सुबह नेट्स में पूरी गति से गेंदबाजी की। इससे पता चलता है कि वह वापसी के लिए फिट हैं। यदि जरूरत पड़ी तो वे तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं।
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इंग्लैंड ने दो टेस्ट मैच शेष रहते 1-0 की बढ़त हासिल की
इंग्लैंड ने दो टेस्ट मैच शेष रहते 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। अब उसे मंगलवार (15 अक्टूबर) को शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में कम स्कोर वाले मैच की उम्मीद है। पहले टेस्ट में पिच से गेंदबाजों को कोई मदद नहीं थी। यहां 26 विकेट गिरे और 1,599 रन बने। प्रति विकेट 61.5 रन का औसत रहा।
केविन पीटरसन ने दी थी सलाह
पहले टेस्ट के अंतिम दिन थोड़ा बहुत असमान उछाल देखने को मिला, लेकिन क्रिस वोक्स ने कहा कि इससे गेंदबाजों को कोई फायदा नहीं हुआ। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने एक्स पर पिच को “गेंदबाजों की कब्रगाह” बताया और सुझाव दिया कि पाकिस्तान को दूसरे टेस्ट के लिए इसका फिर से उपयोग करना चाहिए।
पाकिस्तान ने क्यों उठाया यह कदम
दूसरा टेस्ट पहले कराची में होना था, लेकिन नेशनल स्टेडियम में चल रहे मरम्मत के कारण इसे मुल्तान में शिफ्ट कर दिया गया। पीसीबी ने अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इसकी हालत सुधारने की बात कही है। इसी कारण से लाहौर का गद्दाफी स्टेडियम इंग्लैंड सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं था। पाकिस्तान का इस्तेमाल की गई पिच पर खेलने का कदम असामान्य है, खासकर इसलिए क्योंकि एक ही वेन्यू पर लगातार टेस्ट मैच होना दुर्लभ है। लेकिन आईसीसी के पिच नियमों में कोई शर्त नहीं है कि पिच नई या बगैर इस्तेमाल की हुई होनी चाहिए। घर में लगातार 11 टेस्ट मैच में जीत न मिलने के बाद पाकिस्तान को कुछ अलग करने की आवश्यकता महसूस हुई हो सकती है।