न्यूजीलैंड के लिए यह भले ही आदर्श तैयारी नहीं हो लेकिन उसने भारत के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले एकमात्र अभ्यास मैच के पहले दिन शुक्रवार (16 सितंबर) को यहां मुंबई के खराब गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ समय का सदुपयोग किया। पिच पर हल्की घास है, गेंद ज्यादा स्पिन नहीं कर रही है जिससे मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने खुलकर बल्लेबाजी की। कप्तान केन विलियमसन (56 गेंद में 50 रन) ने क्रीज पर सहजता से बल्लेबाजी की, ऐसा ही सलामी बल्लेबाज टॉम लाथम (97 गेंद में 55 रन), रॉस टेलर (57 गेंद में 41 रन) और मिशेल सैंटनर (59 गेंद में 45 रन) के साथ रहा जिससे न्यूजीलैंड ने स्टंप होने से एक घंटा पूर्व पहली पारी सात विकेट पर 324 रन पर घोषित कर दी।

इसके जवाब में मुंबई ने 13 ओवर में एक विकेट गंवाकर 29 रन बनाए। स्टंप उखड़ने तक अरमान जाफर (24) और कौस्तुभ पवार (05) क्रीज पर डटे हुए थे। बायें हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने सलामी बल्लेबाज जय बिस्टा (शून्य) को उछाल लेती गेंद पर विकेट के पीछे कैच कराया। मुंबई के लिए बलविंदर संधू जूनियर ही थोड़ा ठीक प्रदर्शन कर सके, उन्होंने अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी से दो विकेट प्राप्त किए। वर्ना अन्य गेंदबाजों का प्रदर्शन लचर ही रहा विशेषकर विशाल दाभोलकर, सिद्धेश लाड और विजय गोहली की स्पिन तिकड़ी का जो विपक्षी बल्लेबाजों को जरा भी परेशान नहीं कर सकी।

मेहमान टीम को ऐसी स्पिन गेंदबाजी का सामना नहीं करने को मिला जिसका सामना वे टेस्ट सीरीज में करेंगे। लेकिन गर्म और उमस भरे हालात के अनुरूप ढलने के लिए यह अभ्यास अच्छा रहा। नौ बल्लेबाज क्रीज पर उतरे, वैसे टीम के 15 सदस्यों को मैच में खेलने की अनुमति है। फिरोजशाह कोटला में पहुंचे चुनिंदा क्रिकेट प्रशंसकों के लिये पहला सत्र मनोरंजक रहा जिसमें न्यूजीलैंड ने लंच तक 26 ओवर में दो विकेट गंवाकर 117 रन बनाए। संधू ने मार्टिन गुप्टिल को आउट किया जो फॉर्म में नहीं है। वह संधू की आउटस्विंगर पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे। इसके बाद विलियमसन और लाथम ने तेजी से 85 रन की भागीदारी निभायी।

दूसरे विकेट की साझेदारी में विलियमसन ने ज्यादातर रन जुटाए, उन्हें स्पिन गेंदबाजों विशेषकर दाभोलकर का सामना करने में जरा भी परेशानी नहीं हो रही थी। दाभोलकर काफी खर्चीले रहे, उन्होंने 14 ओवर में 75 रन देकर एक विकेट चटकाया। कप्तान ने लंच से कुछ देर पहले संधू की गेंद पर आउट होने से पहले छह चौके और दो छक्के लगाए। लाथम ने अनुभवी टेलर के साथ खेलते हुए अपनी आक्रामक पारी में दो बड़े शॉट लगाए।

लाथम के रिटायर आउट होने के बाद टेलर भी गोहिल की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। इसके बाद हेनरी निकोल्स (29), बीजे वाटलिंग (21 रन पर रिटायर आउट), मार्क क्रेग (नाबाद 33 रन) और ईश सोढ़ी (नाबाद 29 रन) ने क्रीज पर अच्छा समय बिताया। विशेषज्ञ स्पिनर क्रेग और सोढ़ी ने भी कुछ बल्लेबाजी अभ्यास किया, इन दोनों ने पारी घोषित होने से पहले नाबाद 43 रन की साझेदारी निभाई। न्यूजीलैंड की पारी में कुल 75 में से 49 ओवर स्पिनरों ने डाले, लेकिन उन्हें जरा भी सफलता नहीं मिली। जिन चार स्पिनरों ने गेंदबाजी की, उनमें से गोहिल और परीक्षित वालसांगकर ने अभी तक प्रथम श्रेणी मैच भी नहीं खेला है। टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए जूझ रहे रोहित शर्मा थोड़ी देर क्षेत्ररक्षण करने आए। उनके शनिवार को बल्लेबाजी करने की उम्मीद है।