कर्नाटक और सौराष्ट्र के बीच मंगलवार को विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में एक बार फिर कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने रन बनाया। विजय हजारे ट्रॉफी में लगातार मयंक अपने बल्ले से आलोचकों को जवाब देने का काम कर रहे हैं। विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले से पहले तक मयंक अग्रवाल 633 रन बना चुके थे और इसके साथ ही उन्होंने विराट कोहली, दिनेश कार्तिक और रॉबिन उथप्पा को भी पीछे छोड़ दिया। सौराष्ट्र के खिलाफ फाइनल मैच में 90 रन बनाते ही मयंक इस टूर्नामेंट में अपने 723 रन पूरे कर लिए हैं। मयंक से पहले इस टूर्नामेंट कभी भी किसी बल्लेबाज द्वारा इतने रन नहीं बनाए गए हैं। साल 2016-17 में दिनेश कार्तिक ने 607 तो वहीं साल 2008-09 में विराट कोहली ने इस टूर्नामेंट में 534 रन बनाने में कामयाबी हासिल की थी। फाइनल मैच में सौराष्ट्र ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। कप्तान करुण नायर और विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल बिना खाता खोले ही आउट हो गए। इसके बाद मयंक अग्रवाल ने एक बार फिर टीम को संभालने का काम किया। महज पांच रनों पर कर्नाटक ने अपने दो मुख्य बल्लेबाज को गंवा दिया था। इसके बाद रवि कुमार सामर्थ ने मयंक के साथ मिलकर टीम को कुछ हद तक मैच में वापस लाने का काम किया। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 136 रनों की बहुमूल्य साझेदारी हुई।

मयंक अग्रवाल।

फाइनल मैच में 79 गेंदों में 90 रनों की पारी खेली, जिस दौरान उन्होंने 11 चौके और तीन छक्के भी लगाए। मयंक को श्रीलंका में होने वाली ट्राई सीरीज के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया है। बता दें कि 6 मार्च से शुरू होने वाले इस सीरीज के लिए टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। दीपक हुडा, विजय शंकर, ऋषभ पंत और वॉशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ी इस लिस्ट में शामिल हैं। ऐसे में मयंक के प्रदर्शन को देखते हुए फैंस को उम्मीद थी कि उन्हें भी इस टीम में शामिल किया जाएगा।

मयंक अग्रवाल पिछले कुछ समय से लगातार अच्छे रन बना रहे हैं, लेकिन लगता है भारतीय टीम में जगह पक्की करने के लिए उन्हें अभी और मेहनत करना बाकी है। मयंक का आईपीएल करियर कुछ खास नहीं रहा है, लेकिन इस साल वह आईपीएल में भी बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। आईपीएल में इस साल वह पंजाब टीम का हिस्सा होंगे।