शहर के लोगो में आईपीएल की दीवानगी के बावजूद महंगे टिकट अभी भी करीब 35 फीसदी नही बिके है। केवल 2500 रुपए से नीचे वाले सभी टिकट बिक गए हैं। कानपुर के लोग चूंकि मुफ्त पास के जरिए क्रिकेट मैच देखने के आदी है इसलिए वह उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों से लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के घरों कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। महंगे टिकटो के प्रति क्रिकेट प्रेमियों के कम रुझान को देखते हुए बुधवार (18 मई) को शहर के सभी अखबारों में गुजरात लायंस और आईपीएल के आयोजको ने बड़े बड़े विज्ञापन जारी किए है और इन विज्ञापनों में शहर के उन आउटलेट के बारे में जानकारी दी है जहां टिकट मिल रहे है।
यूपीसीए के अधिकारियों के अनुसार आईपीएल के 19 व 21 मई को होने वाले दोनो मुकाबलो के 500 रुपए से 2500 रुपए तक के सभी टिकट लगभग बिक चुके हैं। लेकिन 2500, 3000, 4500 और 5000 रुपए के टिकटो की बिक्री बहुत धीमी हो रही है। जैसे 2500 और 3000 रुपए के टिकट पचास प्रतिशत से अधिक बिक चुके है लेकिन 4500 और 5000 के टिकट करीब 40 प्रतिशत टिकट ही बिके है। अधिकारियों का मानना है कि मंहगे होने के कारण इन टिकटो के प्रति क्रिकेट प्रेमी खास रूचि नही दिखा रहे है।
यूपीसीए के एक अधिकारी के मुताबिक कानपुर शहर की जनता अभी भी मुफत मैच पास पाने के जुगाड़ में है लेकिन लोग यह नहीं समझ रहे है कि आईपीएल एक प्राइवेट कंपनी का इवेंट है इसलिए इसमें मुफ्त पास की कोई व्यवस्था नही है। लोगों को मैच का टिकट लेकर ही मैच देखना पड़ेगा और कोई रास्ता नही है। जिला प्रशासन के एक अधिकारी के मुताबिक पास के इतने अधिक फोन आ रहे हैं कि अब उन्होंने अपना फोन उठाना ही बंद कर दिया है और दूसरे नंबर से काम चला रहे हैं। क्योंकि शहर में हर किसी को पास चाहिए जो हम आईपीएल में उपलब्ध नही करा सकते।