Inter-Parliamentarians World Cup: इंग्लैंड और वेल्स में आयोजित क्रिकेट विश्वकप 2019 के साथ-साथ एक विश्वकप और खेला जाएगा। इस विश्वकप का नाम इंटर संसदीय विश्व कप है। ये विश्वकप कई देशों के सांसदों के बीच खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे कई देशों के सांसद हिस्सा लेने वाले हैं। ये टूर्नामेंट 8 से 12 जुलाई के बीच खेला जाने वाला है। लेकिन इस विश्वकप में भारतीय सांसदों का हिस्सा लेना मुश्किल दिखाई दे रहा है। दरअसल भारतीय सांसदों के सामने एक बड़ी मजबूरी आ गई है। 17 जून से संसद का बजट सत्र शुरू हो चुका है जो 5 जुलाई तक चलेगा। 17वीं लोकसभा में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 5 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाएगा। ऐसे में सभी सांसद इस में व्यस्त रहेंगे और इस विश्वकप का हिस्सा नहीं बन पाएंगे।
तय कार्यक्रम के अनुसार सभी देशों के सांसद इस टूर्नामेंट के बाद 14 जुलाई को लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में होने वाले फ़ाइनल मुक़ाबले को साथ में देखते। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि भारतीय सांसद इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं होंगे। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं हुई है। बता दें अगर भारत इस टूर्नामेंट का हिस्सा बनता है तो गौतम गंभीर, मनोज तिवारी, किरेन रिजीजू, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अनुराग ठाकुर जैसे नेता खेलते दिखाई देंगे। आज से ठीक चार महीने पहले पाकिस्तान के सांसद इस्लामाबाद के शालीमार क्रिकेट मैदान पर इंटर संसदीय विश्व कप की तैयारियां कर रहे थे। बीच में खबर खबर आई थी कि पाकिस्तान प्रधानमंत्री और 1992 विश्वकप के विजेता कप्तान इमरान खान भी इस विश्वकप में गेंदबाजी करते नज़र आ सकते हैं। लेकिन पाकिस्तान के कोच अयाज अहमद यूसुफजई ने इसे खारिज कर दिया है। अयाज अहमद ने कहा कि इस टोर्नामेंट में पाक प्रधान मंत्री हिस्सा नहीं लेंगे।
इतना ही नहीं पाक की टीम रात में फ़्लड लाइट्स में अभ्यास कर रही है। कोच अयाज अहमद ने बताया कि उनकी टीम बजट सत्र के चलते दिन में अभ्यास नहीं कर पा रही है लेकिन सांसदों का मनोबल सातवें आसमान में है और वे रात को अभ्यास कर रहे हैं। उन्होने आगे कहा “हम तो जीतेंगे ही।”