भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बतौर कप्तान कई रिकॉर्ड अपने नाम करने में कामयाब रहे हैं। धोनी अब भले ही टीम के कप्तान नहीं हों, लेकिन वो कई मौकों पर टीम को लीड करने का काम बखूबी कर रहे हैं। टी-20 में कप्तानी के मामले भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। दरअसल, निदास ट्रॉफी जीतने के साथ ही रोहित पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने बतौर कप्तान टी-20 के फाइनल मुकाबलों के सभी मैचों को जीतने में कामयाबी हासिल की है। आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कप्तानी करते हुए रोहित शर्मा ने साल 2013, 2015 और 2017 में टीम को खिताब दिलाने का काम किया है। वहीं साल 2013 में रोहित की कप्तानी में मुंबई की टीम चैंपियंस लीग जीतने में कामयाब रही थी। इसके अलावा पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 मैच में भी रोहित ने अपनी कप्तानी में भारत को जीत दिलाया। बतौर कप्तान पांच बार तो वहीं एक खिलाड़ी के रूप में आठ बार रोहित यह कारनामा करने में कामयाब रहे हैं। 2007 वर्ल्ड कप के दौरान रोहित शर्मा टीम से जुड़े थे तो वहीं 2009 में आईपीएल खिताब अपने नाम करने वाली डेक्कन चार्जर के भी रोहित अहम खिलाड़ी रह चुके हैं।

वहीं अगर बात महेंद्र सिंह धोनी की करें तो धोनी अपनी कप्तानी में 11 बार टीम को फाइनल तक पहुंचाने का काम किया है। धोनी को इस दौरान 6 मैचों में जीत और चार में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं पाकिस्तानी बल्लेबाज शोएब मलिक ने बतौर कप्तान 5 फाइनल मुकाबलों में जीत दर्ज की है। शोएब मलिक ने अपनी कप्तानी को दौरान 9 बार टीम को फाइनल तक ले जाने का काम किया था। बांग्लादेश के पूर्व कप्तान मुशर्रफ मुर्तजा इस मामले में चौथे स्थान पर है। वह 5 मैचों में चार बार टीम को जीत दिलाने में सफल रहे हैं।

टी-20 फाइनल मुकाबलों में भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना अब तक 12 बार टीम का हिस्सा रह चुके हैं, जिनमें से 7 बार टीम जीतने में कामयाब रही है। वहीं महेंद्र सिंह धोनी पिछले साल स्टीव स्मिथ की कप्तानी में पुणे की तरफ से खेलते हुए मुंबई के खिलाफ फाइनल मैच हार गए थे। धोनी 12 बार फाइनल में खेल चुके हैं, लेकिन उनकी टीम इन 12 मुकाबलों में बस 6 जीत हासिल करने में कामयाब रही है।