टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में 211 रन बनाने के बाद भी 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। डेविड मिलर और रस्सी वान डेर डुसेन की शानदार बल्लेबाजी की मदद से इस पहाड़ से लक्ष्य को 19.1 ओवर में ही हासिल कर लिया। मैच में ऋषभ पंत की कप्तानी काफी साधारण रही। उन्होंने एक बार फिर वही गलतियां दोहराई जो उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स (DC) के कप्तान के तौर पर आईपीएल 2022 में की थीं।

आईपीएल 2022 में दिल्ली के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज कुलदीप यादव थे। अक्सर देखा जाता था कि पंत उनके कोटे के पूरा ओवर नहीं कराते थे। उन्होंने अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 में भी ऐसा ही किया। युजवेंद्र चहल से सिर्फ दो ओवर ही कराए। फिर आखिरी ओवर में गेंदबाजी दी, जब टीम लुटिया डूब चुकी थी। अक्षर पटेल से चार ओवर की गेंदबाजी कराई। टीम को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा। चहल ने पहले दो ओवर में 22 रन दिए थे, लेकिन अक्षर ने भी 4 ओवर में 40 रन दिए।

आईपीएल 2022 में राजस्थान रॉयल्स के लिए चहल ने शानदार गेंदबाजी की थी। उन्होंने पर्पल कैप भी अपने नाम किया था। ऐसे में वह टीम के प्रमुख गेंदबाज थे। टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने भी युजी का स्पेल पूरा न कराने पर सवाल उठाए। 43 साल के पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि टीम इंडिया के कार्यवाहक कप्तान पंत ने चहल को चार ओवर का अपना कोटा पूरा नहीं करने देकर गलती की। उन्होंने कहा कि भले ही पहले कुछ ओवरों में लेग स्पिनर साधारण दिखा, लेकिन वह मुकाबले को भारत के पक्ष में झुका सकते थे।

जहीर ने क्रिकबज पर कहा, “युजवेंद्र चहल के कोटे का पूरा ओवर न करना निश्चित रूप से कुछ ऐसा है जिसके बारे में ऋषभ पंत से टीम प्रबंधन से बातचीत करेगा। हमने उन्हें ऐसा करते देखा है। हमने देखा है कि चहल का दिन कठिन रहा है, लेकिन उनमें वापसी करने और सफलता दिलाने की क्षमता है।”

2011 विश्व कप जीत के स्टार ने बताया कि चहल में महंगे ओवर के बाद वापसी करने की क्षमता है। यही कारण है कि उन्हें लगता है कि पंत को उनका इस्तेमाल करना चाहिए था जब मिलर और वान डेर डुसन टीम इंडिया के बल्लेबाजों के खिलाफ रन कूट रहे थे। उन्होंने कहा, “भारत की टीम को मैच जीतने के लिए अगला बल्लेबाज लाना था। यह एक ऐसा फैसला था, जो आपके हाथ में था। हो सकता है अक्षर पटेल के आखिरी ओवर ने पंत को लगा हो कि अभी स्पिन का इस्तेमाल करना सही विकल्प नहीं है। लेकिन चहल की काबिलियत उससे कहीं ज्यादा है।”