India vs Pakistan,ICC World Cup 2019: आईसीसी विश्व कप 2019 के में रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला गया। भारत ने पाकिस्तान को विश्व कप में सातवीं बार मात दी। इसके अलावा भारत ने विश्व कप में पाकिस्तान से कभी नहीं हारने का रिकॉर्ड भी बरकरार रखा। इतिहास से मिली कड़ी यादों को कभी नहीं भूलना चाहिए। इन्हीं कड़ी यादों से भविष्य में सीखने में मदद मिलती है। पाकिस्तान ने पिछले 6 मैच विश्व कप में भारत के सामने गंवाने के बाद सातवां मैच भी गंवा दिया,कड़ी दर कड़ी जानिए पाकिस्तान भारत से विश्व कप में क्यों हार जाता है।

पहली बार आमना सामना: विश्व कप में भारत का पाकिस्तान से पहली बार मुकाबला साल 1992 में हुआ था। भारत ने इस विश्व कप में भारत तीन हार के बाद पाकिस्तान के सामने था वहीं, पाकिस्तान ने तीन मैच में से एक मैच में जीत दर्ज की थी। उस समय ऑस्ट्रेलिया की पिच पर 200 रन का आंकड़ा मजबतू स्कोर माना जाता था और 250 का स्कोर ऐसा लक्ष्य होता था जिसका पीछा नहीं किया जा सकता था और बल्लेबाज के लिए 100 गेंद खेलकर 50 रन बनाना आम बात थी। इस मैच में भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। केके श्रीकांत ने भारत को बेहद धीमी शुरुआत दिलाई और 39 गेंद में महज पांच रन बना सके। उनके अलावा अजय जडेजा ने 77 गेंदों में 46 रन बनाए। 40वें ओवर में भारत का स्कोर 148-5 था। 200 रन के स्कोर तक पहुंचना काफी मुश्किल लग रहा था ऐसे में बल्लेबाज करने आए 18 साल के लिटिल मास्टर सचिन तेंदुलकर। सचिन ने इस मैच में 62 गेंद में 54 रन की पारी खेली थी। अंत के 9 ओवर में भारत ने बेहतरीन 68 रन जोड़े। कपिल देव ने पारी इस दौरान 26 गेंदों पर 35 रन की तेज पारी खेली थी।216 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम ने अपने दो विकेट काफी जल्द गंवा दिए। 16 ओवर में पाकिस्तान ने 50 रन बनाए और 32वें ओवर में 100 रन बनाए। आखिरी 19 ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 112 रन की जरूरत थी और पाकिस्तान 173 रन पर ऑलआउट हो गई।
हार का कारण : इस हार का कारण तलाशे तो जावेद मियांदाद का नाम सबसे आगे आता है। 110 गेंद में 40 रन बनाकर पाकिस्तान के रनों की रफ्तार काफी धीरे कर दी थी। इसके अलावा उन्होंने 39 वर्षीय इमरान खान को रन आउट कराकर पाकिस्तान को और मुश्किल में डाल दिया डो हार के प्रमुख कारणों में से एक रहा।

जगह बदली रिजल्ट वही: चार साल बाद भारत पाकिस्तान एक बार फिर विश्व कप में आमने-सामने आए। क्वार्टर फाइनल के इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर एक बार फिर से बल्लेबाजी चुनी और पाकिस्तान के सामने 287 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा।
सईद अनवर और आमिर सोहेल ने पाकिस्तान को तेज शुरुआत दिलाई। इन दोनों के आउट होने के बाद पाकिस्तान एक बार फिर से मुश्किल में नजर आई। जावेद मियांदाद ने एक बार फिर धीमी पारी खेली उन्होंने 64 गेंद में 38 रन बनाए।
हार का कारण: इस मैच में वकार युनिस ने अंतिम दो ओवर में 41 रन लुटाए और टीम 39 रन से हार गई। हार के लिए वकार युनिस को जिम्मेदार ठहराने के अलावा आमिर सोहेल भी हार के लिए जिम्मेदार थे। सबकुछ आसान और सही चल रहा था इस दौरान उन्होंने वेंकटेश प्रसाद की गेंद पर चौका जड़ा और फिर से चौका मारने का इशारा किया। और अगली ही गेंद पर वेंकटेश प्रसाद ने उन्हें बोल्ड कर दिया।

तीसरी बार पाकिस्तान हारा:

इस विश्व कप में भारत ने चार टीमों से मात खाई थी जिसमें जिम्बाब्वे की टीम से भी मिली हार शामिल थी लेकिन भारत ने चार हार के बावजूद पाकिस्तान को हरा दिया था।1992 की तरह 1999 भारत ने एक बार फिर टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी और पाकिस्तान के सामने 227 रन का लक्ष्य रखा। पाकिस्तान के पास इस मैच में 9वें नंबर तक बल्लेबाजी थी और वसीम अकरम फॉर्म में थे। लेकिन पाकिस्तान की टीम 180 रन पर ऑलआउट हो गई। इस मैच में वेंकटेश प्रसाद ने पांच विकेट लिए थे।
हार का कारण: पाकिस्तान की टीम की बल्लेबाजी हार का मुख्य कारण रही , जवागल श्रीनाथ और वेंकेटेश प्रसाद की गेंदबाजी के सामने पाकिस्तान के बल्लेबाज टिक नहीं पाए और मैच भारत के नाम रहा।

सदी नई लेकिन परिणाम वही: साल 2003 में पाकिस्तान की टीम का प्रदर्शन काफी बुरा रहा। इस साल पाकिस्तान को भारत ने रन से नहीं विकेट से हराया था। पाकिस्तान की टीम ने 274 रन का लक्ष्य भारत के सामने रखा। इस मैच में सइद अनवर ने 101 रन की बेहतरीन पारी खेली। हालांकि भारत ने 46वें ओवर में ही 6 विकेट से मैच जीत लिया।
हार का कारण: इस मैच में हार का कारण किसी एक को कहना थोड़ा मुश्किल रहा , पाकिस्तान के पास वसीम अकरम, वकार युनिस और शोएब अख्तर थे तो भारत के पास भी सचिन तेंदुलकर थे और पाकिस्तान के हार के लिए इतना ही काफी था।

लगातार पांचवीं जीत: साल 2011 में मोहाली के विकेट पर भारत ने 260 रन बनाए थे लेकिन यह स्कोर और कम होता। पाकिस्तान की टीम ने इस मैच में पांच कैच ड्राप किया था और अकेले सचिन तेंदुलकर के चार कैच छोड़े थे।
हार का कारण : भारत की चुस्त फील्डिंग और पाकिस्तान के बल्लेबाजों का गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलना पाकिस्तान की हार का कारण बना।

2015 में फिर से हार:
साल 2015 में भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 300 रन का लक्ष्य रखा और इस मैच में विराट कोहली ने 107 रन की पारी खेली और उनके साथ शिखर धवन ने 73 रन की जोरदार पारी खेली। सुरेश रैना ने भी टीम की तरफ से 74 रन की पारी खेली थी और पाकिस्तान के सामने विशाल स्कोर खड़ा किया। पाकिस्तान को इस मैच में काफी अच्छी शुरुआत मिली और टीम ने 18 ओवर तक 79-1 रन बना लिए। लेकिन पाकिस्तान की टीम 224 रन पर ही सिमट गई।
हार का कारण: इस मैच में हार का कारण मिस्बाह उल हक के फैसलों को ठहराया गया। हालांकि खुद उन्होंने 84 गेंदों में 76 रन की पारी खेली थी लेकिन युनिस खान से पारी की शुरुआत कराना सही फैसला साबित नहीं हुआ। यासिर शाह को लाइन पर में रखना और सरफराज अहमद को टीम में जगह क्यों नहीं दी गई इसका कारण नहीं पता चला।

2019 फिर हारा पाकिस्तान: इंग्लैंड में खेले जा रहे विश्व कप में इस बार पाकिस्तान ने टॉस जाती और गेंदबाजी का फैसला लिया इस मैच में रोहित शर्मा और केएल राहुल ने भारत के लिए 136 रन की ओपनिंग पॉर्टनरशिप की। रोहित शर्मा ने शतक जड़ा और केएल राहुल ने पचासा ठोका। विराट कोहली ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। रोहित शर्मा ने 140 रन बनाए और विराट कोहली ने 77 रन की पारी खेली। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 13 रन पर ही पहला झटका लगा। फखर जमान और बाबर आजम ने कुछ देर पाकिस्तान के लिए रन जोड़े लेकिन एक हार्दिक पांड्या और विजय शंकर की गेंदबाजी के आगे पाकिस्तान की पारी ने दम तोड़ दिया।
बारिश से प्रभावित इस मैच में भारत ने डकवर्थ लुईस नियम के तहत पाकिस्तान को 89 रन से हरा दिया।
हार का कारण: पाकिस्तान की टीम में मोहम्मद आमिर बतौर बेहतरीन गेंदबाज जाने जाते हैं। लेकिन वह शुरुआत में भारत का विकेट नहीं ले पाएं।वहीं पाकिस्तान की टीम के बल्लेबाज बड़ी साझेदारी नहीं कर पाए।