संजय मांजरेकर का मानना है कि विराट कोहली की खराब फॉर्म के लिए केवल तकनीकी मुद्दों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। कोहली इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे पांचवें और अंतिम टेस्ट की भारत की पहली पारी में 19 गेंदों में सिर्फ 11 रन ही बना पाए। पूर्व भारतीय कप्तान ने मैथ्यू पॉट्स की गेंद को छोड़ने की कोशिश लेकिन एज लगकर गेंद स्टंप्स पर लग गई।
सोनी स्पोर्ट्स पर एक चर्चा के दौरान, मांजरेकर से कोहली के एजबेस्टन टेस्ट में फेल रहने पर सवाल किया गया। उन्होंने जवाब दिया, “मैं क्या कहूं, एक विशेषज्ञ के रूप में जब मैं देखता हूं तो मुझे लगता है कि आत्मविश्वास थोड़ा कम हो गया है, वह थोड़ा दुर्भाग्यशाली भी रहे हैं, तकनीकी समस्याएं भी हैं। मुझे लगता है कि वह फ्रंट फुट पर बहुत खेल रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि वह इस कारण से रन नहीं बना रहे हैं। इन सबके बावजूद रन बनते हैं। हर कोई तकनीक से मजबूत नहीं होता लेकिन रन बनते हैं।”
कोहली काफी समय से खराब फॉर्म में हैं और मांजरेकर इससे आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने कहा, “विराट कोहली की खारब फॉर्म ने मुझे चौंका दिया है क्योंकि यह अचानक आ गई। जब महान बल्लेबाजों की फॉर्म खराब होती है, तो वे जल्दी फॉर्म में वापस आ जाते हैं। हम नहीं जानते कि आउट-ऑफ-फॉर्म फेज इतने लंबे समय तक कैसे चल रहा है।”
कोहली ने 2020 की शुरुआत से अब तक 18 टेस्ट में 27.48 की औसत से 852 रन बनाए हैं। भारतीय बल्लेबाज लगभग तीन वर्षों में अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने में विफल रहा है। मांजरेकर ने बताया कि कोहली आउट होने से पहले लड़ने की पूरी कोशिश कर रहे थे। उन्होंने विस्तार से बताया, “आज भी उसकी लड़ाई चल रही थी। उन्हें ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी की जाती है। उन्होंने क्रीज पर रहने की पूरी कोशिश की, लेकिन गेंद थोड़ी ऊपर पिच हुई थी और वह डबल माइंड में थे। आमतौर पर क्लियर माइंड से गेंद छोड़ते हैं। उन्होंने जिम्मी एंडरसन के खिलाफ गेंद छोड़ कर रन बनाए हैं।”
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने मांजरेकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में कोहली की संघर्ष भरी पारी पर कहा, “हमने पहली बार देखा कि वह गेंद छोड़ते समय झिझक रहे थे। आखिरी पारी उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में खेली, उन्होंने शायद 23 रन बनाए और तीन घंटे 13 मिनट तक खेले, यह विराट कोहली हैं, जो एक सर्वकालिक महान बल्लेबाज हैं। जब कोई खिलाड़ी आउट ऑफ फॉर्म होता है तो ऐसी चीजें होती हैं, जो आपको हैरान कर देती हैं।”
विराट कोहली ने उस मैच में 193 मिनट तक क्रीज पर रहें। इस दौरान 143 गेंदों पर 29 रन बनाए। वह काफी रक्षात्मक दिखे थे। वहीं ऋषभ पंत दूसरे छोर पर काफी तेज खेल रहे थे। उन्होंने सिर्फ 139 गेंदों पर नाबाद 100 रन बनाए थे। टीम इंडिया वह मैच और सीरीज हार गई थी। इसके बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी थी।