कोरोनावायरस के कारण दुनिया भर में एक लाख 30 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। 20 लाख से ज्यादा लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे हालात में सभी खेलों के टूर्नामेंट को रद्द और स्थगित कर दिया गया है। कई खिलाड़ियों सोशल मीडिया के जरिए फैंस से जुड़ रहे हैं। इसी बीच, पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी से बातचीत की। इस दौरान शमी ने इरफान पठान से टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ियों के बारे में राय जानी। इस दौरान पठान ने सौरव गांगुली को बेस्ट कैप्टन बताया।

पठान ने अनिल कुंबले को भारत का सबसे बड़ा मैच विनर बताया। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में हुए मंकीगेट कांड को उन्होंने जिस तरह संभाला था, वह काबिलेतारीफ है। पठान ने कहा, ‘‘गांगुली बेस्ट कैप्टन थे। सबसे मुश्किल दौर में कप्तान बने और टीम को संभाला। वे मुझे ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं ले जाना चाहते थे। लेकिन जब बाद में मुझे देखा तो चुन लिया। वे किसी को भी बैक कर सकते हैं। उस टीम में वीरेंद्र सहवाग बेबाक थे। उन्हें फर्क नहीं पड़ता था कि सामने कौन हो। डेल स्टेन है या शोएब अख्तर। वीवीएस लक्ष्मण भगवान के आदमी थे। राहुल द्रविड़ प्योर जैंटलमैन थे।’’

पठान ने आगे कहा, ‘‘महेंद्र सिंह धोनी स्मार्ट थे। युवराज सिंह एक ऐसा सीनियर थे जो मेरे दोस्त थे। वो यारों के यार हैं। सचिन तेंदुलकर ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम। इंसान के तौर पर वे जबरदस्त हैं। मेरे माता-पिता के सबसे फेवरेट क्रिकेटर हैं।’’ शमी ने कहा, ‘‘सचिन के सामने मैं बोल ही नहीं पा रहा था। मैंने उनसे बात नहीं किया। पहले मैच में उन्होंने मुझसे पूछा- क्या सोच रहा है। मैंने कहा- समझ नहीं आ रहा। फिर उन्होंने सबकुछ भूल जा और रणजी की तरह ही खेल।’’

पठान बोले, ‘‘मोहम्मद कैफ गेंदबाज की बात नहीं मानते थे। वे कवर्स को खुद ही एक्स्ट्रा कवर बना देते थे। अनिल कुंबले भारत का सबसे बड़ा मैच विनर था। उनकी कप्तानी कमाल की थी। वे एक बेहतरीन कप्तान बन सकते थे। मंकीगेट कांड को जिस तरह उन्होंने संभाला था, वह कोई नहीं कर सकता था। उन्होंने देश की इज्जत बचाई थी। हरभजन सिंह टीम के सबसे मजाकिया खिलाड़ी थी। अशीष नेहरा को बैटिंग के बारे में सब पता होता था। जहीर खान बेस्ट लेफ्ट आर्म गेंदबाज थे। 2011 के वर्ल्ड कप के लिए तीन खिलाड़ियों का नाम हमेशा लेना चाहिए। जहीर खान, युवराज सिंह और गौतम गंभीर।’’