भारतीय क्रिकेट टीम के आगामी कुछ महीने काफी व्यस्त रहने वाली है। न्यूजीलैंड के शुरू हो रहे टेस्ट सीरीज के बाद उसे इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ खेलाना है। हालांकि, इस दौरान भारत इन सभी टीमों की मेजबानी करेगा। इस दौरान कुछ 13 टेस्ट मैच खेले जाएंगे। विराट कोहली की कप्तानी में भारत होम ग्राउंड पर अपनी बादशाहत कायम रखना चाहेगा। आगामी सीरीज में भारत की जीत में भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान और विश्वसनीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का योगदान बहुत अहम होगा। अजिंक्य मध्यक्रम में अपनी बल्लेबाजी, विकेट के नजदीक अपने मुस्तैद क्षेत्ररक्षण और मैदान पर कप्तान कोहली के साथ मंत्रणा के जरिए टीम में एक महत्वपूर्ण भूमिका में होंगे। अजिंक्य रहाणे ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में आगामी टेस्ट सीरीज के साथ साथ मैदान पर स्लेजिंग से लेकर अपने करियर तथा क्रिकेटर बनने तक के सफर के बारे में बहुत कुछ बताया।
रहाणे से जब स्लेजिंग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘विरोधी टीम दरअसल प्रतिक्रिया चाहती है। विपक्षी खिलाड़ी चाहते हैं कि वो जो भी कह रहे हैं उसका उन्हें जवाब मिले। स्लेजिंग बल्लेबाज का ध्यान भंग करने और धैर्य खत्म करने के लिए की जाती है। मेरे साथ जब कोई खिलाड़ी ऐसा करता है तो मैं उनकी तरफ देखकर बस मुस्कुरा देता हूं।’ रहाणे ने स्लेजिंग पर विराट कोहली की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘हर खिलाड़ी का स्लेजिंग से निपटने का अपना तरीका होता है। विराट आक्रामकता के साथ जवाब देते हैं, शायद उनको इससे प्रेरणा मिलती है। मेरा तरीका इसके उलट है, मुझे स्लेजिंग का जवाब देने में नहीं बल्कि सुनने और इग्नोर करने से प्रेरणा मिलती है।’
रहाणे से जब पूछा गया कि क्या आपने कभी स्लेजिंग की है या करते हैं? तो उन्होंने कहा, ‘मैं स्लेजिंग नहीं करता। यह मेरा तरीका नहीं है। हां, यदि कोई विरोधी खिलाड़ी पूरी टीम को कुछ कहता है तो हम सब उसको जवाब देते हैं।’ अजिंक्य रहाणे ने विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘दोनों के कप्तानी का तरीका अलग है लेकिन इरादा एक ही है, भारत के लिए मैच जीतना। दोनों अलग तरह के व्यक्ति हैं, धोनी प्रेशर के समय शांत रहते हैं और धैर्य से काम लेते हैं, कोहली आक्रामक हैं। धोनी मैदान के बाहर भी शांत ही रहते हैं। कप्तान के तौर पर आपको सामने से नेतृत्व करना होता है और धोनी तथा विराट दोनों इस काम को करना जानते हैं।’
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