बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल मैच में अपनी बल्लेबाजी से सभी को हैरान करने वाले भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक की जगह अब भी टीम में पक्की नहीं है। फाइनल मुकाबले में एक यादगार पारी खेलकर कार्तिक ने एक बार साबित कर दिया कि वो भारतीय टीम के लिए कितने अहम खिलाड़ी है। कार्तिक को निदास ट्रॉफी में महेंद्र सिंह धोनी की गैरमौजूदगी में खेलने का मौका दिया गया था। 2006 में टी20 डेब्यू करने वाले दिनेश कार्तिक भारत के लिए अभी तक महज 19 मैच खेलने में कामयाब रहे हैं। दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर भी उन्हें विराट कोहली की जगह आखिरी टी20 मैच में खेलने का मौका मिला था। फाइनल में 8 गेंदों पर 29 रनों की धमाकेदार पारी खेलने वाले दिनेश कार्तिक अभी प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह पक्की करते नजर नहीं आ रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी हैं। कार्तिक ने न सिर्फ बल्लेबाजी, बल्कि अपनी विकेटकीपिंग से भी सभी को खासा प्रभावित किया है। इसके बावजूद भी हार्दिक पंड्या, श्रेयस अय्यर और महेंद्र सिंह धोनी की वापसी के बाद कार्तिक का टीम में खेलना मुश्किल दिखाई पड़ रहा है।

दिनेश कार्तिक।

दिनेश कार्तिक मौजूदा समय में कमाल के फॉर्म में हैं, वहीं धोनी अपनी बल्लेबाजी में पिछले कुछ समय से संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। कार्तिक के मुकाबले धोनी के पास अनुभव ज्यादा है और यही वजह है कि जब तक धोनी टीम के साथ हैं, कार्तिक का टीम में लगातार बने रहना मुश्किल है। इसके अलावा बतौर बल्लेबाज भी कार्तिक के सामने मनीष पांडे, श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत जैसे युवा बल्लेबाजों की चुनौती होगी।

भारतीय टीम की तरफ से खेलते हुए 79 वनडे मैचों में कार्तिक ने 29.92 के औसत के साथ 1496 रन बना चुके हैं, जिसमें 9 अर्धशतकीय पारी शामिल है। वहीं, टी20 में कार्तिक ने 19 मैचों में 33.62 औसत के साथ 269 रन बनाया है। कार्तिक इस साल कोलकाता नाइट राइडर्स टीम के कप्तान हैं और उनके पास एक बार फिर खुद को साबित करने का मौका है। ऐसे में, देखना दिलचस्प होगा कि कार्तिक इस फॉर्म को आईपीएल के इस सीजन बरकरार रख पाते हैं या नहीं।