एक खिलाड़ी जब मैदान में उतरता है तो उसके लिए उसका देश सबसे पहले होता है, तमाम निजी परेशानियों को मैदान के बाहर छोड़कर खिलाड़ी सिर्फ अपने खेल पर फोकस करता है ताकि वो अपने देश का मान बढ़ा सके और अपने खेल के साथ न्याय कर सके। इन तमाम परेशानियों के साथ भी जो खिलाड़ी सांमजस्य बिठाकर मजबूत हौसलों के साथ मैदान में जलवा दिखाता है तो उसका जुनून लोगों के मन में उस खिलाड़ी की इज्जत दोगुना कर देता है। ऐसी ही एक मिसाल बनाई है टीम इंडिया के मिस्टर भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा ने, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के साथ सिडनी में खेली जा रही टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले में 193 रनों की पारी खेलकर भारत को इतिहास रचने की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है।
एक तरफ पिता-पत्नी जूझ रहे थे तो पुजारा खेल रहे थे कमाल की पारीः इस पूरी सीरीज में पुजारा के बल्ले से कमाल की पारी देखने को मिली है। अब तक तीन शतक जड़कर पुजारा ने इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। इसी बीच खबर आई है कि जब वो सिडनी में धारदार बल्लेबाजी कर रहे थे तो दूसरी तरफ उनके पिता और इकलौते कोच अरविंद पुजारा मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती थे और उनका पत्नी पूजा डॉक्टर्स के साथ उनकी बीमारी की के बारे में चर्चा कर रही थीं। इंडियन एक्सप्रेस की खबरों की मानें तो सिडनी टेस्ट के पहले दिन जब पुजारा इस सीरीज में अपनी तीसरे शतक के करीब बढ़ रहे थे तब उनकी पत्नी उनके पिता के साथ मुंबई की एक कैब में बैठकर बांद्रा के एक अस्पताल की ओर बढ़ रही थीं।
बता दें कि पुजारा के पिता को दिल की बीमारी है, जिसके लिए उनको राजकोट से मुंबई के अस्पताल में भर्ती होना जरूरी था। खास बात है कि उनके पिता अरविंद पुजारा खुद भी रणजी के खिलाड़ी रहे हैं। खबर के मुताबिक गुरुवार के दिन जब अस्पताल में उनकी जांच चल रही थी तो वह उनकी नतीजों की बजाय अपने बेटे के स्कोर अपडेट में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे थे। पुजारा के पिता ने कहा कि ‘मैं लोगों से सुन रहा था कि कैसे दुनिया भर में उसकी तारीफ हो रही है’ अगर किसी के मन में उसकी बल्लेबाजी को लेकर कोई शक होगा तो वह अब दूर हो गया होगा। मैं अब अस्पताल से घर वापस जाकर उसकी बैटिंग की रिकॉर्डिंग्स देखुंगा।
इस मैच की बात करें तो भारत ने पुजारा के 193 रनों और पंत के नाबाद 159 रनों की बदौलत टीम इंडिया ने पहली पारी में 622 रन बनाए थे जिसके बाद कप्तान कोहली ने पारी की घोषणा कर दी। इसके जवाब में उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम की शुरुआत तो अच्छी रही लेकिन मध्यक्रम ने फिर एक बाद ऑस्ट्रेलिया को निराश किया और खबर लिखे जाने तक ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट खोकर 236 रन बना लिए थे।