टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का बल्ला काउंटी क्रिकेट में जमकर बोल रहा है। उन्होंने ससेक्स के लिए केवल सात मैचों में तीन दोहरा शतक जड़ दिए हैं। मिडिलसेक्स के खिलाफ मैच की पहली पारी में उन्होंने 231 रनों की पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने इतिहास रच दिया है। 118 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि ससेक्स के लिए खेलते हुए किसी बल्लेबाज ने एक ही सीजन में तीन दोहरा शतक जड़ दिया है। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका 16 वां दोहरा शतक था। फिलहाल क्रिकेट खेल रहे एशियाई खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा है।
पुजारा ने अबतक इस सीजन में 6, नाबाद 201, 109, 12, 203, 16, नाबाद 170, 3, 46 और 231 रनों की पारी खेली है। वो अबतक 10 पारियों में 124.62 की औसत से 997 रन बना चुके हैं। दाएं हाथ का बल्लेबाज खराब फॉर्म के कारण टीम इंडिया से ड्रॉप किया गया था। इसके बाद उन्होंने काउंटी क्रिकेट का रुख किया और शानदार बल्लेबाजी करके वापसी की। इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले गए पांचवें टेस्ट में वह बतौर ओपनर खेले। दूसरी पारी में उन्होंने 66 रन बनाए।
पुजारा के अलावा भारतीय गेंदबाजों ने भी काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। वाशिंगटन सुंदर और नवदीप सैनी ने डेब्यू मैच में 5-5 विकेट झटके हैं। चोट के बाद वापसी करते हुए सुंदर ने लंकशायर के लिए खेलते हुए नॉर्थहैम्पटनशायर के खिलाफ 22 ओवर में 76 रन देकर 5 विकेट लिए। 10वें ओवर में गेंदबाजी करने आए दाएं हाथ के इस ऑफ स्पिनर ने अपनी दूसरी ही गेंद पर विकेट झटक लिया।
वहीं केंट से खेलते हुए नवदीप सैनी ने वारविकशायर के खिलाफ 18 ओवर में 72 रन देकर 5 विकेट लिए। दिल्ली के इस तेज गेंदबाज ने क्रिस बेंजामिन (7), डैन मूसली (0), विकेटकीपर माइकल बर्गेस (0), हेनरी ब्रूक्स (6) और क्रेग माइल्स (5) के विकेट लिए। सैनी इससे पहले डक पर आउट हो गए थे और केंट की टीम 165 रन पर सिमट गई थी।
चेतेश्वर पुजारा, वाशिंगटन सुंदर और नवदीप सैनी के अलावा उमेश यादव भी काउंटी क्रिकेट में खेल रहे हैं। दाएं हाथ के गेंदबाज मिडिलसेक्स के खेल रहे हैं। उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। पुजारा की टीम के खिलाफ वह विकेट लेने के लिए तरस गए। उन्होंने 29 ओवर में 70 रन दिए और कोई विकेट नहीं लिया। इस दौरान उन्होंने छह नो बॉल किए।