आईपीएल 2023 का फाइनल चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटंस के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच से पहले सीएसके खिताब की प्रबल दावेदार नजर आ रही है और इसकी सबसे बड़ी वजह टीम का प्रदर्शन और कप्तान एमएस धोनी की कप्तानी है, लेकिन इसके अलावा एक अनोखा संजोग भी चेन्नई की जीत की स्क्रिप्ट लिखता हुआ दिख रहा है। यह संजोग 12 साल बाद पहली बार बन रहा है।

क्या है वह संजोग?

दरअसल, चेन्नई सुपर किंग्स आज ही के दिन (28 मई) 2011 में भी चैंपियन बनी थी। वह चेन्नई का दूसरा खिताब था। फाइनल में सीएसके ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर वह खिताब जीता था। बैंगलौर की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची थी। 28 मई 2011 को खेले गए उस फाइनल में सीएसके ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आरसीबी को 206 रन का लक्ष्य दिया था। मुरली विजय ने सबसे अधिक 95 रन की पारी खेली थी। धोनी ने भी उस मैच में 13 गेंदों में 22 रन ठोके थे। जवाब में आरसीबी की टीम 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 147 रन ही बना पाई थी।

उस साल भी सीएसके थी दूसरे नंबर की टीम

2011 आईपीएल में भी चेन्नई सुपर किंग्स अंक तालिका में दूसरे स्थान की टीम बनी थी और फाइनल में प्रवेश किया था। सीएसके के उस सीजन में 18 पॉइंट्स थे, जबकि आरसीबी 19 पॉइंट्स के साथ टेबल टॉपर बनी थी। वहीं 2023 सीजन में सीएसके 17 पॉइंट्स के साथ दूसरे स्थान की टीम है जबकि गुजरात 20 पॉइंट्स के साथ टेबल टॉपर है। ऐसे में 12 साल बाद बन रहा यह संजोग चेन्नई की जीत को सुनिश्चित करता दिख रहा है, लेकिन गुजरात के खिलाफ जीतने के लिए चेन्नई को एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा।

चेन्नई और गुजरात के बीच हेड-टू-हेड

आपको बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटंस के बीच आईपीएल में कुल 4 मुकाबले हुए हैं, जिसमें से गुजरात ने 3 और चेन्नई ने एक मैच जीता है। सीएसके को यह एक जीत इस सीजन के क्वालिफायर 1 में मिली थी। उससे पहले चेन्नई ने गुजरात के खिलाफ सभी तीनों मुकाबले गंवाए थे। ऐसे में चेन्नई को गुजरात से कड़ी टक्कर मिलेगी। गुजरात की टीम डिफेंडिंग चैंपियन है तो वहीं सीएसके 4 बार की चैंपियन है।