निहाल कोशी, श्याम लाल यादव। पिछले महीने हुई दिल्ली मैराथॉन गलत कारणों से चर्चा में हैं। मामला सामने आया है कि इस रेस में रेलवे की स्पोर्ट्स कोटा एथलीट रेलवे के ही एक डॉक्टर की पत्नी की बिब (शरीर पर लगाया जाने वाला पेपर जिसपर खिलाड़ी का नंबर लिखा होता है) पहनकर रेस में दौड़ी और रेस पूरी की। इन तीनों पर ही धोखेबाजी का आरोप लगा है।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक आयोजकों ने कहा कि अगर कोई किसी और की जगह रेस में हिस्सा लेता है तो उसे चीटिंग माना जाता है। रेस मैनेजमेंट टीम ने उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिए हैं। उन्होंने दो साल के लिए बैन किया है और वह जल्द ही इस सजा को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट करेंगे ताकी सभी को इसकी जानकारी दे दी जाए।

रेस डायरेक्टर नगराज अदीगा ने कहा, ‘नई दिल्ली मैराथॉन में चीटिंग के वाकये सामने आए हैं। इसमें जो लोग शामिल थे उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। हम अपनी रिपोर्ट सोमवार को एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया को देंगे। फेडरेशन आगे अपने मुताबिक एक्शन ले सकती है।’

मामले की जानकारी रखने वालों के मुताबिक रनर की स्पीड में तेजी से आए बदलाव के कारण शक हुआ। रेस के पहले चरण में रनर बहुत धीमी रफ्तार के साथ भाग रही थी जबकि रेस के आखिरी पड़ाव पर उनकी रफ्तार बहुत तेज हो गई। तस्वीरें देखकर साफ हुआ कि स्पोर्ट्स कोटा एथलीट आखिर में डॉक्टर की पत्नी की बिब के साथ दौड़ रही थी।

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स्पोर्ट्स कोटा एथलीट ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वहीं डॉक्टर की पत्नी ने भी फोन नहीं उठाया। हालांकि डॉक्टर ने दावा किया किसी को बैन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ‘कोई एक्शन नहीं लिया गया है। मैं मैनेजमेंट का हिस्सा हूं। मैं बता सकता हूं कि 34 किमी के बाद वह बेहोश हो गई। स्पोर्ट्स कोटा एथलीट ने गलती से उनका बिब पहन लिया और रेस खत्म की। हमने यह सफाई दी है और कोई बैन नहीं हुआ है। हमने वेबसाइट से डाटा हटाने को भी कहा है।’