Champions Trophy: पाकिस्तान की टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से बाहर हो चुकी है और इस टीम के बुरे प्रदर्शन के बाद कई पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने अपनी टीम के प्रदर्शन, टीम चयन को लेकर सवाल उठाए। वसीम अकरम, शोएब अख्तर जैसे क्रिकेटर अपनी टीम की जमकर बुराई कर रहे हैं, लेकिन भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने सार्वजनिक रूप से वसीम अकरम और शोएब अख्तर व अन्य लोगों से पर्दे के पीछे रहने और खिलाड़ियों की मदद से लिए कोचिंग क्षेत्र में नहीं आने के उनके फैसले के बारे में पूछा था।
डीपी वर्ल्ड ‘ड्रेसिंग रूम’ पर चर्चा के दौरान वसीम अकरम से भी यही सवाल पूछा गया और उन्होंने जवाब देते हुए अपनी टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनिस का उदाहरण दिया। अकरम ने कहा कि अगर पाकिस्तान के महान खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के साथ कोचिंग का काम करते हैं तो उनके साथ कैसा व्यवहार किया जाता है।
अकरम ने टेन स्पोर्ट्स के शो में कहा कि लोग अब भी कभी-कभी मेरी आलोचना करते हैं या मुझ पर यह आरोप लगाते हैं कि वह सिर्फ बातें करते हैं और कुछ नहीं। जब मैं पाकिस्तान के कोचों को देखता हूं, मैं यहां वकार को देखता हूं, जिन्हें कोच बनने के बाद कई बार हटाया गया है और उनकी हालत। आप लोग बदतमीजी करते हैं, मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता।
58 साल की उम्र में नहीं सह सकता अपनाम
योगराज सिंह ने कहा था कि वसीम अकरम और शोएब अख्तर जैसे लोग कोचिंग कैंप में टीम के खिलाड़ियों की मदद करने के बजाय शो में बैठकर पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बारे में बुरी बातें कहना पसंद करते हैं। अकरम ने योगराज सिंह आलोचना का तीखा जवाब देते हुए कहा कि वह टीम की मुफ्त मदद करने के लिए तैयार हैं, लेकिन वह इसके एवज में किसी भी तरह की अपमान जनक बातें नहीं सह सकते। 58 साल की उम्र में मैं ऐसी जिंदगी जीना चाहता हूं जिसमें तनाव नहीं हो। अकरम ने कहा कि उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान क्रिकेट की मदद करना चाहता हूं। आप मुझे पैसे क्यों देना चाहते हैं। मैं मुफ्त में उपलब्ध हूं।
अकरम ने आगे कहा अगर आप कोई शिविर आयोजित करते हैं और चाहते हैं कि मैं वहां रहूं, तो मैं वहां रहूंगा। अगर आप चाहते हैं कि मैं किसी बड़े टूर्नामेंट से पहले क्रिकेटरों के साथ समय बिताऊं, तो मैं ऐसा करूंगा। लेकिन मैं 58 साल का हूं और इस उम्र में मैं ऐसा अपमान नहीं सहूंगा जो आप लोग करते हैं। मैं इस उम्र में तनावपूर्ण जीवन नहीं जी सकता।