भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया का सामना करने वाली है। वही ऑस्ट्रेलिया जिसने उसे वर्ल्ड कप के फाइनल में हराया था। उस मुकाबले में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अटैकिंग खेल दिखाया था लेकिन जल्द ही आउट हो गए थे। क्या रोहित एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी फॉर्म में दिखाई देंगे? पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले और संजय मांजरेकर ने इसका जवाब दिया। दोनों ने अपनी अलग-अलग राय रखी।

संजय मांजरेकर ने कहा रोहित पर जिम्मेदारी

ईएसपीएनक्रिकइंफो ने मांजरेकर के हवाले से कहा, “मुझे लगता है कि सवाल रोहित शर्मा के बारे में है- वास्तव में, वह खेल को किस तरह से देखते हैं? शुभमन गिल जिस तरह से खेलते हैं, विराट कोहली अपने सामान्य अंदाज में खेलेंगे और श्रेयस अय्यर उसी तरह से बल्लेबाजी करेंगे, जैसा वह करते आए हैं। हम केएल राहुल के बारे में बाद में बात करेंगे, लेकिन रोहित शर्मा इसे एक अवसर के रूप में देख सकते हैं और लंबे समय के बारे में सोच सकते हैं।”

रोहित को लंबे समय तक टिका रहना होगा

अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा, “यह ऐसी पिच नहीं है, जहां आप 350 रन बनाने का लक्ष्य रखते हैं। रोहित शर्मा स्पिन के खिलाफ एक अच्छा खेलते हैं, और अगर वह लंबे समय तक टिके रहते हैं, तो वह सभी स्पिनरों का सामना कर सकते हैं। हमने शो में पहले उनका स्ट्राइक रेट देखा है और यह वास्तव में तेज और स्पिन दोनों के खिलाफ काफी समान है, जैसा सभी बल्लेबाजों के साथ नहीं है। इसलिए, उन्हें टिक कर बल्लेबाजी करनी चाहिए।’

अनिल कुंबले ने कहा कि रोहित शर्मा को अपने स्वाभाविक अंदाज में ही बल्लेबाजी करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हां, मैं इस बात से सहमत हूं कि रोहित शर्मा जैसा खिलाड़ी अगर 20वें ओवर तक बल्लेबाजी करता, खासकर सेमीफाइनल में, तो यह महत्वपूर्ण होगा। वह अपना स्वाभाविक खेल खेलेगा और खेलने के लिए समय नहीं लेगा। वह हमेशा की तरह खेलने के लिए खुद पर भरोसा करेगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत के हित में, उसे न केवल पहले 10 ओवरों तक बल्लेबाजी करनी चाहिए, बल्कि भारत को मजबूत शुरुआत दिलाने में मदद करनी चाहिए। ऐसा कुछ उसने पहले भी किया है, लेकिन अब हम चाहते हैं कि वह इससे आगे बढ़े और पारी को आगे बढ़ाए।”