कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने शनिवार (7 जून) को अपने पद से इस्तीफा देने की जानकारी दी। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) का खिताब जीतने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के जश्न समारोह के दौरान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए दोनों ने इस्तीफा देने की बात कही।
केएससीए और आरसीबी ने एक दिन पहले ही भगदड़ को लेकर दर्ज प्राथमिकी (एफआईआर) के संबंध में कर्नाटक हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाई कोर्ट से केएससीए के पदाधिकारियों को राहत मिली थी। गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण मिला था। इसके बाद कर्नाटक क्रिकेट संघ के सचिव और कोषाध्यक्ष ने एक संयुक्त बयान के माध्यम से अपने इस्तीफे की घोषणा की।
बयान में क्या कहा गया?
बयान में कहा गया, “यह सूचित किया जाता है कि हमारी भूमिका बहुत सीमित होने के बाद भी पिछले दो दिनों में हुई अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए हम यह बताना चाहते हैं कि कल रात हमने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष को दिनांक 06.06.2025 के एक पत्र के माध्यम से कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सचिव और कोषाध्यक्ष के रूप में अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।”
हाई कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान
कर्नाटक हाई कोर्ट ने गुरुवार (5 जून) को महाधिवक्ता शशिकिरण शेट्टी से प्रारंभिक जानकारी प्राप्त करने के बाद घटना का स्वतः संज्ञान लिया था। कोर्ट ने सरकार को अगली सुनवाई की तारीख 10 जून तक स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। जस्टिस एस आर कृष्ण कुमार की एकल पीठ ने पुलिस जांच में सहयोग करने की शर्त पर केएससीए के वरिष्ठ पदाधिकारियों को गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान किया।
अबतक 4 लोग गिरफ्तार
इस बीच, बेंगलुरु सिटी पुलिस ने शुक्रवार (6 जीन) को आरसीबी के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया। वे बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ने की कोशिश में थे। सोसले के अलावा, डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के सुनील मैथ्यू, सुमंत और किरण कुमार को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सोसले को नहीं मिली जमानत
सोसले की कानूनी टीम ने शुक्रवार को उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए दावा किया कि यह राजनीति से प्रेरित है और मुख्यमंत्री ने बिना उचित जांच के आदेश दिया है। हालांकि, अदालत ने अंतरिम राहत देने से इन्कार कर दिया और फैसला लेने से पहले सरकार की दलीलें सुनने का फैसला किया।
केएससीए ने आसरीबी को बताया जिम्मेदार
इस बीच केएससीए ने अपनी याचिका में कहा कि उसकी भागीदारी स्टेडियम को किराए पर देने और सरकारी अनुमतियों में सहायता करने तक ही सीमित थी। इसने दावा किया कि आरसीबी इवेंट आयोजक के रूप में कानून लागू होने के साथ टिकट और भीड़ नियंत्रण के लिए जिम्मेदार थी।