सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त बीसीसीआई के लोकपाल डी के जैन ने टीवी शो ‘कॉफी विद करण’ में विवादित बयान पर अपना पक्ष रखने के लिए पांड्या और राहुल को नोटिस भेजा है। इससे पहले विवाद के तूल पकड़ने पर सीओए ने दोनों खिलाड़ियों को जांच पूरी होने तक सस्पेंड कर दिया था। हालांकि बाद में यह बैन हटा लिया गया था।
डी के जैन ने खुद पांड्या और राहुल को नोटिस भेजने की बात बताई है। जैन ने कहा, ”मैंने हार्दिक और राहुल को अपना पक्ष रखने के लिए पिछले हफ्ते नोटिस भेजा था।” दोनों खिलाड़ी इस वक्त आईपीएल में हिस्सा ले रहे हैं। यह साफ नहीं हो पाया है कि नोटिस मिलने के बाद BCCI ने दोनों खिलाड़ियों से संपर्क किया है या नहीं। रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों खिलाड़ी 11 अप्रैल को मुंबई में होने वाले मुकाबले से पहले लोकपाल के सामने पेश हो सकते हैं। मामले की जांच जल्दी पूरी होने के लिए दोनों खिलाड़ियों का पक्ष रखना जरूरी है।
जैन ने आगे कहा, ”मेरे लिए दोनों खिलाड़ियों का पक्ष जानना जरूरी है। अब यह उन दोनों पर है कि वह कब सामने आकर अपनी बात बताते हैं।” जनवरी के शुरुआती हफ्ते में कॉफी विद करण का यह विवादित एपिसोड टेलीकास्ट हुआ था। विवाद बढ़ने के बाद BCCI ने दोनों खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया दौरे से वापस बुला लिया था। लेकिन बात में BCCI ने अपने रूख में नरमी दिखाते हुए दोनों खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति दे दी थी।
गौरतलब है कि हार्दिक पांड्या और केएल राहुल इस समय आईपीएल में खेल रहे हैं। सलामी बल्लेबाज केएल राहुल किंग्स इलेवन पंजाब की टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वहीं हार्दिक पांड्या बतौर ऑलराउंडर मुंबई इंडियंस के लिए खेल रहे हैं। ऐसे में अगर लोकपाल का फैसला इन दोनों खिलाड़ियों के पक्ष में नहीं जाता है तो ये मुंबई और पंजाब टीम की मुश्किलें बढ़ा सकता है।