भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लोकपाल ने शुक्रवार (18 अप्रैल) को मुंबई टी20 लीग टीम के मालिक गुरमीत सिंह भामरा के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया। भामरा को मैच फिक्स करने के प्रयास के आरोपों पर बीसीसीआई के भ्रष्टाचार निरोधक संहिता का “उल्लंघन” करने के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा दिया।

बीसीसीआई के लोकपाल और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि मैच फिक्सिंग जैसी भ्रष्ट गतिविधियों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए। उन्होंने भामरा को उच्चतम निर्धारित सजा दी। एएनआई को प्राप्त बीसीसीआई लोकपाल के आदेश के अनुसार यह मामला मुंबई टी20 लीग के दूसरे सीजन से जुड़ा है।

बीसीसीआई के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जांच की

यह मैच मई 2019 में खेले गए टूर्नामेंट का सेमीफाइनल था। आदेश में कहा गया है कि भामरा ने एक खिलाड़ी से संपर्क करके मैच फिक्सिंग का प्रयास किया, जिसने बाद में मामले की सूचना संबंधित एजेंसियों को दी। इससे पहले, बीसीसीआई के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मामले की जांच की थी। इसके दौरान भामरा को “दोषी पाया गया”।

कनाडा सहित अन्य देशों में क्रिकेट लीग में व्यावसायिक जुड़ाव

इसके बाद मामले को लोकपाल के पास भेज दिया गया। न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा ने भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के उल्लंघन के आरोप को बरकरार रखने और गुरमीत सिंह भामरा पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के लिए विस्तृत तर्क दिए। कथित तौर पर टीम के मालिक का कनाडा सहित अन्य देशों में क्रिकेट लीग में व्यावसायिक जुड़ाव था।