श्रेयस अय्यर को एशिया कप 2025 की टीम में नहीं चुना गया, जिसकी हर तरफ से काफी आलोचना हुई। अगले दिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि रोहित शर्मा के संन्यास लेने से पहले ही श्रेयस अय्यर को भारतीय टीम का अगला वनडे कप्तान बनाने पर विचार किया जा रहा है।
रिपोर्ट्स में कहा गया कि बीसीसीआई 2027 के वनडे विश्व कप को ध्यान में रखते हुए अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान श्रेयस अय्यर को भारतीय वनडे टीम की कमान सौंपने की योजना बना रहा है। हालांकि, ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव देवाजीत सैकिया ने रोहित शर्मा की जगह किसी और को चुनने की चर्चा के सभी दावों का खंडन किया। देवाजीत सैकिया के हवाले से हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा, ‘यह मेरे लिए खबर है। ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है।’
2027 वर्ल्ड कप तक 40 साल के हो जाएंगे रोहित
रोहित शर्मा 38 साल की उम्र में अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर हैं। वह टी20 और टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। हालांकि, वनडे क्रिकेट उनका सबसे मजबूत प्रारूप बना हुआ है। जहां उन्होंने अब तक संन्यास लेने के कोई संकेत नहीं दिए हैं। फिर भी, यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या 2027 के वनडे विश्व कप के समय रोहित शर्मा टीम में होंगे, जब वह अपने 40वें जन्मदिन पर पहुंच चुके होंगे, जबकि श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी अपनी क्षमता के चरम पर होंगे और एक दशक के अंतरराष्ट्रीय अनुभव के साथ उन्हें आगे भी बनाए रखेंगे।
शुभमन गिल बन सकते हैं अगले वनडे कप्तान
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शुभमन गिल समय आने पर अगले वनडे कप्तान बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। शुभमन गिल अपनी टीम के लिए एक बेहतरीन वनडे सलामी बल्लेबाज बने हुए हैं। आईपीएल और भारतीय टेस्ट टीम में नेतृत्व के मामले में उनकी तेज रफ्तार को देखते हुए वह रोहित के स्वाभाविक उत्तराधिकारी बनने के लिए अय्यर से आगे निकल सकते हैं।
इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो हाल ही में टेस्ट टीम का कप्तान बना है और पहले से ही वनडे टीम का उप-कप्तान है, वह 50 ओवर के प्रारूप में भारत का नेतृत्व करने की कतार में अगला खिलाड़ी बन सकता है।
वनडे में 59 का है गिल का औसत
सूत्र ने कहा, ‘वनडे क्रिकेट में उनका औसत 59 का है और वह पहले से ही टीम के उप-कप्तान हैं। ऐसी कोई वजह नहीं है कि जिसे हाल ही में टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया हो, जिसने कुछ सफलताएं भी हासिल की हों और जिसकी उम्र भी कम हो, उसे समय आने पर वनडे क्रिकेट में नेतृत्व नहीं संभालना चाहिए।’