नव्या असोपा
दिल्ली के बाजितपुर गांव वाले पिछले कुछ समय से धरने पर बैठे हैं। उनकी मांग हैं कि उनकी जमीन पर सरकार ने स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाने का वादा किया लेकिन अब वह इस वादे को भूल गई है। लगभग 30 साल पहले नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के बवाना के करीब बाजितपुर ठकरान ग्राम सभा की लगभग नौ एकड़ जमीन दिल्ली सरकार ने ली थी। उन्होंने इस जमीन को स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाने के लिए आवंटित किया था।
गांव वाले दे रहे हैं धरना
साल 2017 में दिल्ली डेवलेपमेंट अथॉरिटी ने इस जमीन को ‘शहरी’ करार दिया था। इसके बाद इस जमीन पर सिविल डिफेंस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बनाने का फैसला किया गया। गांव वाले इसी फैसले के खिलाफ हैं। 80 लोग गुरुवार को दिल्ली विधानसभा के बाहर धरना करने पहुंचे। उनका कहना है कि स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स उनके बच्चों के लिए जरूरी है।
गांव वाले दिल्ली सरकार से है नाराज
52 साल के विनोद कुमार ने कहा, ‘यह हमारी जमीन है, सरकार की नहीं। ‘ वहीं 42 साल के आशीष ठकरान ने कहा कि डिफेंस इंस्टीट्यूट का उन्हें क्या फायदा होगा। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक दिल्ली सरकार ने 2015 में इस गांव की 20 एकड़ की जमीन और ली थी। गांव वाले स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के लिए काफी उत्साहित थे लेकिन अब दिल्ली सरकार के फैसले से काफी नाराज है।
सीएम से मिलने वाले हैं गांव वाले
सीवाईसीएलई एनजीओ के को-फाउंडर पारस त्यागी इस धरने में गांव वालों का साथ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में चीफ जस्टिस को पोस्टकार्ड लिखकर अपनी बात रखेंगे। वह दिल्ली के लेफ्टिनेंट जनरल से सरकार के फैसले पर रोक लगाने की भी अपील करेंगे। बवाना के एमएलए जय भगवान उपकार ने कहा कि वह गांव वालों के साथ हैं और सेशन खत्म होने के बाद इस बारे में बात करेंगे। विरोध करने वाले इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें आश्वासन दिया गया है कि अगले हफ्ते सीएम से बैठक कर सकेंगे। डीडीए के अधिकारियों ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है।