बांग्लादेश की शोहेली अख्तर मंगलवार (11 फरवरी) को मैच फिक्सिंग के आरोपों में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से प्रतिबंधित होने वाली पहली महिला क्रिकेटर बन गई। उसे 2023 टी20 विश्व कप के दौरान मैच फिक्स करने का प्रयास करने का दोषी पाया गया। 36 वर्षीय शोहेली पर पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया। ऑफ स्पिन गेंदबाजी शोहेली ने बांग्लादेश के लिए दो वनडे और 13 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेल चुकी है।

पांच प्रावधानों का उल्लंघन

शोहेली ने साउथ अफ्रीका में टूर्नामेंट के दौरान आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के पांच प्रावधानों का उल्लंघन करने की बात स्वीकार की। ये आरोप महिला टी20 वर्ल्ड कप के मैचों के दौरान मैच फिक्सिंग को लेकर संपर्कों से संबंधित थे। हालांकि, वह उस टूर्नामेंट के लिए बांग्लादेश की टीम का हिस्सा नहीं थी। शोहेली ने आखिरी बार 2022 में बांग्लादेश के लिए खेला था।

फेसबुक मैसेंजर पर क्रिकेटर से बातचीत

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार शोहेली ने आर्टिकल 2.1.1, 2.1.3, 2.1.4, 2.4.4 और 2.4.7 के उल्लंघन के आरोपों को स्वीकार किया। उसने 10 फरवरी, 2025 से शुरू होने वाले पांच साल के प्रतिबंध को स्वीकार कर लिया। एसीयू की जांच 14 फरवरी 2023 को आईसीसी द्वारा ‘खिलाड़ी ए’ के ​​रूप में पहचानी गई एक क्रिकेटर के साथ फेसबुक मैसेंजर पर शोहेली की बातचीत के इर्द-गिर्द केंद्रित थी।

साथी खिलाड़ी को मैच फिक्सिंग के लिए राजी किया

जांच के दौरान एसीयू ने पाया कि 14 फरवरी को महिला टी 20 विश्व कप में बांग्लादेश बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच से पहले शोहेली ने फेसबुक मैसेंजर के जरिए अपनी दोस्त और टीम की साथी से संपर्क किया। इसमें उसने उसे भविष्य में बांग्लादेश के मैचों में फिक्सिंग करने के लिए राजी करने की कोशिश की।

‘चचेरा भाई’ लगाता है सट्टा

जांच के अनुसार शोहेली ने अपनी टीम की साथी को बताया कि उसका ‘चचेरा भाई’ “फोन पर सट्टा लगाता है”। उसने उससे पूछा है कि क्या वह ऑस्ट्रेलिया मैच के दौरान हिट विकेट आउट हो जाएगी? शोहेली ने उक्त खिलाड़ी को यह भी बताया कि अगर वह फिक्सिंग करती है तो उसे 2 मिलियन बांग्लादेशी टका का भुगतान किया जाएगा। यह पैसा उसके ‘चचेरे भाई’ द्वारा उसके सट्टे से अर्जित जीत से आएगा।

खिलाड़ी ने प्रस्तावों को अस्वीकार किया एसीयू को दी जानकारी

आईसीसी की जांच के अनुसार क्रिकेटर ने अपनी टीम की साथी को यह भी बताया कि अगर 2 मिलियन टका पर्याप्त नहीं है तो उसका ‘चचेरा भाई’ उसे और अधिक भुगतान कर सकता है। उससे वादा किया कि पूरी गोपनीयता बनाए रखी जाएगी। इसमें उसके संदेशों को मिटाना भी शामिल है “ताकि वे भविष्य मौजूद न रहें”। हालांकि, जिस खिलाड़ी से संपर्क किया गया उसने न केवल प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया, बल्कि मामले की सूचना तुरंत एसीयू को दी। शोहेली के सभी वॉयस नोट्स उपलब्ध कराए। उसने अपने डिवाइस से उन फाइलों को हटा दिया था।