बांग्लादेश क्रिकेट में महिला टीम से बाहर चल रही तेज गेंदबाज जहांआरा आलम को आरोपों ने बवाल मचा दिया है। आलम ने कप्तान निगार सुल्ताना जोती पर जूनियर क्रिकेटरों को पीटने का आरोप लगाया है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने इस आरोप को “निराधार और दुर्भाग्यपूर्ण” बताते हुए खारिज कर दिया है। बांग्लादेश के अखबार ‘कलेर कांथो’ को दिए एक इंटरव्यू में आलम ने भारत और श्रीलंका में हाल ही में हुए महिला वनडे विश्व कप में टीम के सातवें स्थान पर रहने के बाद मौजूदा कप्तान, कुछ साथियों, कोचिंग स्टाफ और टीम प्रबंधन पर कई चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं।

आलम ने अखबार से कहा, “यह कोई नई बात नहीं है। जोती जूनियर्स को खूब पीटती है। इस विश्व कप के दौरान भी, जूनियर्स ने मुझसे कहा था, नहीं, मैं ऐसा दोबारा नहीं करूंगी। मुझे फिर से थप्पड़ खाने पड़ेंगे।’ मैंने कुछ लोगों से सुना, ‘कल मेरी पिटाई हुई थी। दुबई दौरे के दौरान भी, उसने एक जूनियर को कमरे में बुलाकर थप्पड़ मारा था।”

टीम का माहौल टॉक्सिक

आलम ने इस साल की शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात में 2024 टी20 विश्व कप के दौरान मानसिक स्वास्थ्य खराब होने के बाद दो महीने का ब्रेक लिया था। उन्होंने पिछले साल दिसंबर में आयरलैंड के खिलाफ सीरीज के बाद बांग्लादेश के लिए नहीं खेला है। 32 वर्षीय खिलाड़ी ने बांग्लादेश के लिए 52 एकदिवसीय मैचों में 48 विकेट और 83 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 60 विकेट लिए हैं। उन्होंने ने दावा किया कि टीम का माहौल पिछले कुछ वर्षों में टॉक्सिक हो गया है। इससे उन्हें अपने मानसिक स्वास्थ्य की खातिर टीम से दूर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा।

सबकी तकलीफ अलग-अलग

आलम ने कहा, “मैं अकेली नहीं हूं, बांग्लादेश टीम में हर कोई कमोबेश इसका शिकार है। सबकी तकलीफ अलग-अलग है। यहां एक-दो लोगों को बेहतरीन सुविधाएं मिलती हैं और कुछ मामलों में सिर्फ एक ही व्यक्ति को मिलती हैं। 2021 में, मेरे जैसे सीनियर खिलाड़ियों और कुछ अन्य लोगों को पोस्ट-कोविड कैंप से बाहर करने का सिलसिला शुरू हुआ। फिर मुझे बांग्लादेश की तीन टीमों में से एक का कप्तान बना दिया गया। बाकी दो टीमों की कप्तान जोती (निगार सुल्ताना) और शर्मिन सुल्ताना थीं। तभी से सीनियर खिलाड़ियों पर दबाव शुरू हो गया।”

निराधार और मनगढ़ंत आरोप

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने आरोपों को तुरंत खारिज कर दिया। बीसीबी ने एक बयान में कहा, “बीसीबी इन आरोपों का स्पष्ट और दृढ़ता से खंडन करता है, जो निराधार, मनगढ़ंत और सच्चाई से रहित हैं। बोर्ड को दुर्भाग्यपूर्ण लगता है कि इस तरह के अपमानजनक और निंदनीय दावे ऐसे समय में किए गए हैं जब बांग्लादेश महिला टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय प्रगति और एकता दिखा रही है।” बोर्ड ने आगे इन टिप्पणियों को “जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण” बताया। उसने कहा, “यह बेहद निराशाजनक है कि एक ऐसे व्यक्ति ने सार्वजनिक रूप से इस तरह के भ्रामक बयान दिए हैं, जो बांग्लादेश क्रिकेट की योजनाओं में शामिल और प्रासंगिक नहीं है।”