पूर्व तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन का कहना है कि डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया का कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए। उनका मानना है कि एकदिवसीय प्रारूप में किसी युवा को ऑस्ट्रेलिया का कप्तान बनाना चाहिए। लीजेंड्स् लीग क्रिकेट (एलएलसी) में हिस्सा लेने के लिए भारत आए ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज मिशेल जॉनसन ने टी20 विश्व कप के लिए चुनी गई टीम इंडिया को लेकर भी टिप्पणी की। जॉनसन का मानना है कि टी20 विश्व कप के लिए भारत का संयोजन थोड़ा जोखिम भरा है, क्योंकि टीम ने उछाल भरी पिचों के लिए कम तेज गेंदबाजों का चयन किया है।
बता दें कि अनुभवी मोहम्मद शमी को टी20 विश्व कप की टीम में स्टैंडबाय में रखने के कदम से कुछ विशेषज्ञ आश्चर्यचकित हैं। भारतीय चयनकर्ताओं ने भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल और अर्शदीप सिंह के साथ जसप्रीत बुमराह की अगुआई वाली चौकड़ी पर भरोसा जताया है। मिशेल जॉनसन ने एलएलसी से इतर कहा, ‘अगर आपने टीम में एक ऑलराउंडर (तेज गेंदबाज), दो स्पिनर और चार तेज गेंदबाज को रखा है तो यह थोड़ा जोखिम भरा है। हालांकि, भारत अंतिम एकदश में दो तेज गेंदबाजों और एक ऑलराउंडर (हार्दिक पंड्या) और दो स्पिनर्स को खिलाने पर शायद विचार करे।’
बाएं हाथ के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया में आपको तीन तेज गेंदबाजों को टीम में रखना ही होगा। पर्थ की परिस्थितियों में चार तेज गेंदबाज रखने पड़ेंगे। मुझे लगता है उन्होंने योजना बनाकर टीम चुनी है, लेकिन सिर्फ चार तेज गेंदबाजों के साथ जोखिम भरा हो सकता है।’
एरोन फिंच के वनडे फॉर्मेट से इस्तीफे के बाद टीम की कप्तानी को लेकर बहस छिड़ी है। गेंद से छेड़छाड़ के कारण प्रतिबंध झेल चुके स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर ने टीम का नेतृत्व करने की इच्छा जताई है, लेकिन मिशेल जॉनसन का कहना है कि दोनों खिलाड़ी अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं। ऐसे में किसी युवा खिलाड़ी को टीम की कमान दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘पैट कमिंस (टेस्ट कप्तान) को सभी प्रारूपों की जिम्मेदारी देने से उनके काम का बोझ काफी बढ़ जाएगा। चयनकर्ताओं के मन में ग्लेन मैक्सवेल का नाम हो सकता है। अगर आप भविष्य को देखें तो कैमरून ग्रीन भी एक अच्छा विकल्प होगा। हालांकि, एक ऑलराउंडर के रूप में उनके लिए पहले से ही काम का ज्यादा बोझ है। एक और विकल्प ट्रेविस हेड के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है।’
मिशेल जॉनसन ने कहा, ‘डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ दोनों को कप्तान नहीं होना चाहिए। वह पहले की तरह अब भी टीम का मार्गदर्शन करना जारी रख सकते हैं, लेकिन उनके कप्तान बनने से फिर से पुरानी चीजें (गेंद से छेड़छाड़ मुद्दा) पर चर्चा शुरू हो जाएगी।’
भाषा इनपुट के साथ…