इंग्लैंड में गेंद पर हैंड सैनिटाइजर लगाने का मामला सामने आया है। दरअसल, काउंटी टीम ससेक्स के तेज गेंदबाज मिच क्लेडॉन ने मिडिलसेक्स के खिलाफ मैच के दौरान गेंद पर सैनिटाइजर लगा दिया था। उस मैच में उन्होंने 3 विकेट अपने नाम किए थे। 37 साल के क्लेडॉन अब बॉब विलिस ट्रॉफी में सर्रे के खिलाफ ओवल के मैदान पर होने वाले मुकाबले में नहीं खेलेंगे। इस मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई गई है। ससेक्स की टीम ने वेबसाइट पर इस बात की जानकारी दी।
COVID-19 महामारी के बीच होने वाले मैचों के सख्त प्रोटोकॉल के कारण खिलाड़ियों को गेंद पर लार का उपयोग करने से प्रतिबंधित किया गया है। बॉब विलिस ट्रॉफी के नियमों के रूल नंबर 41.2.2 के मुताबिक, ‘‘गेंद में जानूझकर बदलाव लाना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक अपराध है। ऐसा करने पर कार्रवाई हो सकती है। क्लेडॉन पिछले सीजन में ससेक्स के साथ जुड़े थे। वो इस घटना के बाद से अब तक टीम के लिए नहीं खेल पाए हैं। उन्होंने इसी साल बॉब विलिस ट्रॉफी के पहले राउंड में हैम्पशायर के खिलाफ अपने फर्स्ट क्लास करियर का 300वां विकेट लिया था।
मामले को लेकर ससेक्स ने कहा, ‘‘ईसीबी ने क्लेडॉन को मिडिलसेक्स के खिलाफ गेंद पर हैंड सैनिटाइजर लगाने का आरोप लगाया है। इसे देखते हुए हमने उनहें निलंबित कर दिया है। इस मामले में आगे कई भी टिप्पणी नहीं होगी।’’ क्लेडॉन ने 112 फर्स्ट क्लास मैच में 310 विकेट लिए हैं। उन्होंने 11 बार पारी में 4 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा 9 बार पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट ले चुके हैं। लिस्ट ए क्रिकेट की बात करें तो 110 मैच में क्लेडॉन के नाम 138 विकेट हैं। वहीं, टी20 मैचों में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने 147 मैच में 159 विकेट झटके हैं।
इंग्लैंड में ही इससे पहले गेंद पर सलाइवा लगाने का मामला सामने आया था। डोमिनिक सिबली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में यह किया था। इसके बाद अंपायर ने गेंद को केमिकल से डिसइंफेक्ट किया था। सिबली ने गेंद चमकाने के लिए थूक का इस्तेमाल किया। इसके बाद उन्होंने अंपायर को बताया कि यह उन्होंने गलती से किया है। नए नियम के तहत गेंदबाजी टीम को ऐसा करने पर दो बार चेतावनी दी जाएगी और अगर इसके बाद भी गेंदबाज थूक का इस्तेमाल करता है, तो सजा के तौर पर गेंदबाजी टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगाई जाएगी। यह रन बल्लेबाजी कर रही टीम के स्कोर में जुड़ जाएंगे।