PAK vs AUS: पाकिस्तान ने शुक्रवार को एडिलेड ओवल, एडिलेड में तीन मैचों की सीरीज के दूसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया पर 9 विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। पहले गेंदबाजी करने का फैसला करने के बाद तेज गेंदबाज हारिस रऊफ (5/29) और शाहीन अफरीदी (3/26) ने कप्तान मोहम्मद रिजवान के फैसले को सही साबित करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 35 ओवर में सिर्फ 163 रन पर समेट दिया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने सईम अयूब की 82 रन की पारी के दम पर जीत के लिए मिले टारगेट को 26.3 ओवर में पूरा कर लिया। पैट कमिंस की कप्तानी वाली पाकिस्तान को इस मैच में क्यों हार मिली इसके तीन मुख्य कारण रहे।
टॉस की रही अहम भूमिका
इस मैच में पाकिस्तान को मिली जीत में टॉस की भूमिका अहम रही। पाकिस्तान ने टॉस जीतने के बाद गेंदबाजी करने का निर्णय लिया क्योंकि कप्तान रिजवान को पता था कि तेज गेंदबाजी उनकी ताकत है और उन्होंने पूरी तरह से उस पर भरोसा दिखाया। पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों ने भी टीम को निराश नहीं किया और तेज गेंदबाजी के अनुकूल पिच पर कंगारू बल्लेबाजों को पूरी तरह से लगाम लगाने में सफल रहे। इस मैच में पाकिस्तान के लिए हारिस राऊफ ने 5 जबकि शाहीन अफरीदी ने 3 जबकि नसीम शाह और मो. हसनैन ने एक-एक विकेट लिए। कंगारू टीम के सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों को मिले।
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों का फ्लॉप शो
पहली पारी में पाकिस्तान के गेंदबाजों के सामने ऑस्ट्रेलिया के सभी बल्लेबाज लगभग फेल रहे। स्टीव स्मिथ ने सर्वाधिक 35 रन की पारी खेली, लेकिन अन्य बल्लेबाजों में से कोई भी 20 रन के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी दमदार दिख रही थी, लेकिन पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों के सामने उनकी एक नहीं चली। इसके अलावा पैट कमिंस की कप्तानी वाली कंगारू टीम शायद अति आत्मविश्वास में नजर आई और इसका फायदा भी पाकिस्तान को मिला। रिजवान के पास खुद को साबित करने का मौका था और उन्होंने इस मौके को जाया नहीं जाने दिया। इस मैच में कंगारू टीम की तरफ से एक भी बड़ी साझेदारी नहीं हो पाई और बल्लेबाज एक निश्चित अंतराल पर अपना विकेट गंवाते रहे।
बेअसर रहे कंगारू तेज गेंदबाज
पाकिस्तान को जीत के लिए 164 रन का टारगेट मिला था और कंगारू टीम के पास मिचेल स्टार्क, जोस हेजलवुड, पैट कमिंस, एडम जंपा जैसे वर्ल्ड क्लास बॉलर थे, लेकिन वो इस स्कोर को डिफेंड करने में कामयाब नहीं हो पाए। यहां तक की दूसरी पारी में ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा कि कंगारू बॉलर कहीं से भी प्रभावी लग रहे हों। पाकिस्तान के दोनों ओपनर बल्लेबाजों के बीच पहले विकेट के लिए 137 रन की शानदार शतकीय साझेदारी हुई और कोई भी कंगारू गेंदबाज इसे नहीं रोक पाया। जब पाकिस्तान के पहला विकेट सईम अयूब के रूप में तब तक मैच ऑस्ट्रेलिया के हाथों से निकल चुका था।