पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में आखिरी मैच के बाद दिग्गज ओपनर डेविड वॉर्नर रिटायर हो जाएंगे। इससे पहले उन्होंने अपने दिवंगत दोस्त और साथी खिलाड़ी फिलिप ह्यूज को याद किया। ह्यूज की 25 वर्ष की आयु में शेफील्ड शील्ड मैच के दौरान एससीजी में बल्लेबाजी करते समय गर्दन पर क्रिकेट गेंद लगने से मृत्यु हो गई थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट मैच, 25 एकदिवसीय और 1 टी20 खेला था।

जिस मैच में ह्यूज को गेंद लगी थी उस मैच में वॉर्नर भी खेल रहे थे। रिटायरमेंट टेस्ट से वॉर्नर ने ह्यूज को याद करते हुए कहा कि अगर वह जिंदा होते तो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ओपनर्स में से एक होते। 37 साल के इस खिलाड़ी ने यह भी बताया कि ह्यूज के निधन से टीम पर क्या प्रभाव पड़ा था। उन्होंने भावुक होकर कहा, “उस दिन जब वह गिरे, तब हमारे लिए काफी दुखद और भयानक समय था। आज भी हमें यह कचोटता है।”

सर्वश्रेष्ठ ओपनर होते ह्यूज

वॉर्नर ने ह्यूज को लेकर कहा, “मैंने उन्हें हमेशा दूसरे छोर पर देखा है। सभी जानते हैं कि वह हमें देख रहा है। अपने कैरेक्टर, ऊर्जा और मुस्कान से वह हर किसी में ऊर्जा भर देते थे। सभी के अच्छे दोस्त थे। कोई भी उनेके बारे में कभी भी बुरा नहीं कहता था। हमारे अब तक के सबसे महान ओपनर बल्लेबाजों में से एक होते। उनके पास हर शॉट था। मैं सचमुच लगता है कि अगर वह अभी भी हमारे साथ होते वह टेस्ट टीम में मेरी या उजी (उस्मान ख्वाजा) के पोजिशन पर खेलते।”

ह्यूज के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे विराट कोहली

2014 में ह्यूज के निधन से ऑस्ट्रेलिया में शोक की लहर छा गई थी। उस समय वह भारत के खिलाफ चार मैचों की सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलियाई शीर्ष क्रम के दावेदार थे। ओपनर बल्लेबाज के अंतिम संस्कार में उनके गृहनगर मैक्सविले में उस समय भारत के कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली, मुख्य कोच डंकन फ्लेचर और टीम निदेशक रवि शास्त्री भी शामिल हुए थे।