एशियन गेम्स में इस साल पहलवानों पर खास नजर होगी। साल की शुरुआत से ही कुश्ती और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया विवादों में रही। बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट अन्य पहलवानों के साथ धरने पर बैठ गए। इसके बाद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव को लेकर विवाद शुरू हुआ। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को निलंबित कर दिया।
ट्रायल्स पर भी हुआ बवाल
इन सबके बीच खिलाड़ियों के लिए एशियन गेम्स का ट्रायल्स भी समस्या बन गया। विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को दी गई छूट के कारण अन्य पहलवान विरोध करने लगे। हालत यह रही कि एशियन गेम्स के लिए टीम का ऐलान इन खेलों की शुरुआत से महज तीन दिन पहले हुआ।
एशियन गेम्स में पहलवानों का प्रदर्शन
एशियन गेम्स में भारत को रेसलिंग में अब तक 59 मेडल हासिल हुए हैं। इसमें 11 गोल्ड, 14 सिल्वर और 34 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। भारत एशियन गेम्स में रेसलिंग में तीसरा सबसे सफल देश है। जकार्ता में हुए पिछले एशियन गेम्स में भारत ने तीन मेडल जीते थे, जिसमें दो गोल्ड और एक ब्रॉन्ज शामिल था। बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने गोल्ड जीता था। दिव्या काकरान ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।
इस बार कितनी मजबूत है पहलवानों की चुनौती
भारत इस साल 18 पहलवानों को एशियन गेम्स के लिए भेज रहा है। रेसलिंग इवेंट्स की शुरुआत 4 अक्टूबर 2023 से होनी है। भारतीय प्रशंसकों को सबसे ज्यादा उम्मीदें बजरंग पूनिया से होंगी। बजरंग ने पिछले एशियाड में गोल्ड मेडल जीता था। बजरंग पूनिया पर भी दबाव होगा, क्योंकि उन्हें ट्रायल्स में छूट दी गई थी। एशियाई खेलों के कारण ही बजरंग पूनिया ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लिया।
बजरंग पूनिया के अलावा अमन सेहरावत पर नजरें होंगी। उन्होंने ट्रायल्स में टोक्यो ओलंपिक के रवि दहिया को मात दी थी। पिछले साल अंडर-23 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। दीपक पूनिया की भी मजबूत दावेदारी होगी। वह ट्रायल्स में अच्छी लय में दिख थे। दीपक पूनिया भी चोट से उबरने के बाद अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे।
विनेश फोगाट इंजरी के कारण हिस्सा नहीं ले रही हैं। उनकी जगह अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन अंतिम पंघाल को मौका दिया गया है। अंतिम पंघाल ने हाल ही वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया, जहां पर उन्होंने गत चैंपियन अमेरिका की डोमेनिक पारिश को हराकर उलटफेर किया। पूजा गहलोत पर भी नजरें होंगी जो कि पहली बार इन खेलों में हिस्सा लेंगी। ग्रीको रोमन में भारत को ज्यादा उम्मीदें नहीं होंगी।
भारतीय टीम
महिला: पूजा गहलोत (50 किग्रा), अंतिम पंघाल (53 किग्रा), मानसी अहलावत (57 किग्रा), सोनम मलिक (62 किग्रा), राधिका (68 किग्रा), किरण (76 किग्रा)।
ग्रीको-रोमन: ज्ञानेंद्र (60 किग्रा), नीरज (67 किग्रा), विकास (77 किग्रा), सुनील कुमार (87 किग्रा), नरिंदर चीमा (97 किग्रा), नवीन (130 किग्रा)।
पुरुष फ्रीस्टाइल: अमन सहरावत (57 किग्रा), बजरंग पूनिया (65 किग्रा), यश (74 किग्रा) दीपक पूनिया (86 किग्रा), विक्की (97 किग्रा), सुमित (125 किग्रा)।