भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल फिर आईसीसी के एक टूर्नामेंट से बाहर होंगे। सोमवार 21 अगस्त 2023 को घोषित एशिया कप टीम में युजवेंद्र चहल का नाम नहीं था। हालांकि, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अक्टूबर-नवंबर में घरेलू मैदान पर होने वाले वनडे विश्व कप के लिए 33 साल के लिए इस गेंदबाज के लिए दरवाजा थोड़ा खुला छोड़ दिया है।

‘चतुर चालाक चंचल चहल’ जो कभी मिडिल ओवर्स में टीम इंडिया के पसंदीदा गेंदबाज थे। हालांकि, एक और विश्व कप से पहले खुद को एक्शन से बाहर पाते हैं। ऑस्ट्रेलिया में 2022 संस्करण के लिए लौटने से पहले युजवेंद्र चहल को विवादास्पद रूप से 2021 टी20 विश्व कप से बाहर कर दिया गया था। हालांकि, 2022 में वह एक भी मैच नहीं खेल पाए, क्योंकि प्लेइंग इलेवन में फिंगर स्पिनर्स को प्राथमिकता दी गई थी।

एशिया कप के लिए 17 सदस्यीय टीम में कुलदीप एकमात्र कलाई के स्पिनर हैं। थिंक-टैंक रविंद्र जडेजा के साथ अक्षर पटेल के रूप में बेहतर बल्लेबाज की तलाश में है। ऐसा लगता है कि भारत विश्व कप में तेज गेंदबाजों पर काफी निर्भर है, लेकिन स्पिन विभाग में क्या कुलदीप, अक्षर और जडेजा मिडिल ओवर्स में जरूरी विकेट दिला सकते हैं?

एशिया कप में युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) को नहीं चुनने से भारत को नुकसान होगा। टी20 प्रारूप में ऐसा ही हुआ था। तब आईपीएल के एक सीजन के आधार पर वरुण चक्रवर्ती को टीम में चुना गया था, लेकिन उनके लिए वह न याद करने वाला टूर्नामेंट साबित हुआ।

यदि चुनी गई टीम एशिया कप में सफल नहीं होती है तो भारत को घरेलू मैदान पर 50 ओवर के वर्ल्ड कप से पहले अपने विकल्पों पर पुनर्विचार के लिए मजबूर होना पड़ेगा। दाएं हाथ का कलाई का स्पिन विकल्प नहीं होने के अलावा टीम में ऑफ-ब्रेक गेंदबाज भी नहीं है।

हम 17 खिलाड़ियों को ही चुन सकते थे: रोहित शर्मा

टीम की घोषणा के बाद रोहित ने कहा था, ‘हमने एक ऑफ स्पिनर अश्विन और वॉशी (वाशिंगटन सुंदर) के बारे में भी सोचा था, लेकिन अभी आप देख रहे हैं कि चहल को बाहर होना पड़ा, क्योंकि हम केवल 17 खिलाड़ियों को ही चुन सकते थे। एक ही रास्ता था कि अगर कोई सीमर कम होता तो हम उसे चुन सकते थे। हम ऐसा नहीं कर सकते।’

रोहित शर्मा ने कहा, ‘अगले दो महीनों में सीमर बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। उनमें से कुछ लंबे समय बाद लौट रहे हैं, इसलिए हम देखना चाहते थे कि वे कैसा प्रदर्शन करते हैं।’ वैसे रोहित ने यह भी कहा, ‘किसी के लिए दरवाजे बंद नहीं हैं। कोई भी कभी भी आ सकता है। अगर हमें लगता है कि विश्व कप के लिए चहल की जरुरत है, तो देखेंगे कि उसे कैसे शामिल कर सकते हैं। यही बात वॉशी या अश्विन के लिए भी लागू होती है।’