एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम का चयन मंगलवार (19 अगस्त) को होगा। अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति 17 सदस्यीय टीम चुन सकती है। एशिया कप टीम में अधिकांश नाम लगभग तय हैं। चयनकर्ताओं को दो स्थानों पर माथापच्ची करनी होगी। आधा दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी इन 2 जगहों की रेस में हैं। इनमें से एक जगह तेज गेंदबाज की है। एक स्लॉट को लेकर यह मंथन होगा कि स्पेशलिस्ट बल्लेबाज को मौका दिया जाए या ऑलराउंडर को।
India Asia Cup 2025 Squad Announcement LIVE: Watch Here
2 स्लॉट के लिए इन नामों पर होगा विचार
तेज गेंदबाज
मोहम्मद सिराज: इंग्लैंड में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम से बाहर रखने का एकमात्र कारण उनका वर्कलोड मैनेजमेंट ही हो सकता है, जिस पर काफी बहस हो रही है। अगर कोई खिलाड़ी आराम का हकदार है तो वह सिराज ही हैं, जिन्होंने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के सभी मैच खेले। सबसे ज्यादा ओवर फेंके और सबसे ज्यादा विकेट लिए और भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। खास बात यह है कि उन्होंने अपनी पहली गेंद से लेकर आखिरी गेंद तक जान लगाई और अपनी गति में कोई कमी नहीं आने दी।
हर्षित राणा: वह बाद के स्पेल में अपनी गति और ऊर्जा नहीं बनाए रख पाते हैं। उन्हें चार ओवर करने में ज्यादा परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने फ्रेंचाइजी और देश दोनों के लिए विकेट लेने वाले स्पेल से सबका ध्यान आकर्षित किया है। उनमें आक्रामकता की कोई कमी नहीं है जैसा कि उन्होंने पिछले साल के अंत में पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में दिखाया था। एडिलेड में वह लय खो दिए थे। वह मुख्य कोच गौतम गंभीर के भरोसेमंद खिलाड़ी हैं।
प्रसिद्ध कृष्णा: इंग्लैंड सीरीज के आगे बढ़ने के साथ-साथ उनका प्रदर्शन बेहतर होता गया, लेकिन वे उछाल और लेटरल मूवमेंट वाली परिस्थितियों में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करने के लिए जाने जाते हैं। इस लंबे कद के तेज गेंदबाज के पास कौशल है, लेकिन क्या वह दुबई की पिचों के लिए आदर्श गेंदबाज होंगे यह बहस का विषय है। भारतीय टीम की ओर से उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तब आया है जब उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बल्लेबाज या ऑलराउंडर
श्रेयस अय्यर: अगर चयनकर्ता सिर्फ बल्लेबाज़ी के आधार पर फैसला लेते हैं तो उन्हें उस खिलाड़ी से आगे देखने की जरूरत नहीं है जिसने दो अलग-अलग फ्रेंचाइजियों का नेतृत्व किया है। कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर अच्छा प्रदर्शन करके लगातार दो सीजन में आईपीएल फाइनल तक पहुंचाया है। वह मैच बनाने के साथ-साथ फिनिशर की भूमिका भी निभा सकते हैं।
रिंकू सिंह: वह अपनी आईपीएल टीम और भारतीय टीम में फिनिशर का रोल निभाते हैं। अक्सर उन्हे कम गेमद खेलने को मिलती हैं। अंतिम ओवर में लगातार पांच छक्के लगाकर अपनी टीम के लिए मैच जीतना एक दुर्लभ घटना है। इस अनोखी उपलब्धि ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। हालांकि, गंभीर फिनिशर को तवज्जो नहीं देते।
रियान पराग: वह एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी माने जाते हैं, लेकिन उन्होंने कम से कम लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के लिए कुछ प्रभावशाली पारियां खेली हैं, लेकिन अपनी टीम को मैच जिताने वाली पारी नहीं खेली हैं। असम के यह खिलाड़ी पार्ट टाइम ऑफ स्पिन के गेंदबाजी कर सकता है। चयनकर्ता इस 23 वर्षीय खिलाड़ी को लेकर इंतजार कर रहे हैं कि वह राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए एक परिपक्व खिलाड़ी साबित हो।
वाशिंगटन सुंदर: इंग्लैंड में उनसे जो भी अपेक्षा की गई थी उन्होंने वो सब किया। एक टेस्ट मैच बचाया, पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर कुछ जोरदार प्रहार किए और जीत-हार के बीच अहम अंतर पैदा किया। साथ ही ऑफ स्पिन से महत्वपूर्ण विकेट भी लिए। दुबई में उनका कौशल काम आ सकता है। वह उस टीम का हिस्सा थे जिसने इस साल की शुरुआत में वहां आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। गंभीर की बल्लेबाजी और गेंदबाजी में गहराई की चाहत उनके लिए मददगार हो सकती है।