एशिया कप 2025 में भारतीय टीम अभी तक कोई मुकाबला नहीं हारी है। पाकिस्तान को 2 बार तो बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान भी हरा चुकी है। ट्रॉफी जीतने की प्रबल दावेदार सूर्यकुमार यादव की टीम को फाइनल में पहुंचने में बहुत दिक्कत नहीं हुई, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ मैच में बल्लेबाजी ने चिंता बढ़ाई है। अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने अच्छी शुरुआत दिलाई। जबतक अभिषेक क्रीज पर थे, ऐसा लग रहा था कि भारत 200 से ज्यादा का स्कोर खड़ा करेगा, लेकिन उनके रन आउट होते ही मैच पलट गया। भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे।

भारतीय टीम जबतक जीत रही तबतक ठीक है। तब तक इस पर कोई बात नहीं होगी। दिक्कत उस दिन होगी जब अभिषेक शर्मा नहीं चलेंगे या जल्दी विकेट गिर जाएगा। उस दिन बल्लेबाजी क्रम में छेड़छाड़ की कीमत पता चलेगी। ऐसा हुआ तो बड़े मुकाबले में भारत को खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। कप्तान सूर्यकुमार यादव की फॉर्म खराब है। संजू सैमसन के बल्लेबाजी क्रम तय नहीं है। बांग्लादेश के खिलाफ मैच में तो वह 6 विकेट गिरने के बाद भी बल्लेबाजी करने नहीं आए। ओमान के खिलाफ मैच में वह 3 पर खेले तो सूर्यकुमार बल्लेबाजी करने नहीं आए।

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प्लेइंग 11 में टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज ज्यादा

भारतीय टीम के साथ यह दिक्कत इसलिए आ रही है क्योंकि प्लेइंग 11 में टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज ज्यादा हैं। अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, संजू सैमसन, तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव को एक साथ प्लेइंग 11 में फिट कैसे करेंगे? ये सभी टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज हैं। कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार को जिद छोड़ देनी चाहिए। उन्हें संतुलित प्लेइंग 11 खिलाना चाहिए। रोल के हिसाब के खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए।

रिंकू सिंह या जितेश शर्मा को मौका दें

अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ओपनर हैं। सूर्यकुमार यादव कप्तान हैं। ऐसे में सैमसन और तिलक में से केवल एक को मौका मिलना चाहिए। रिंकू सिंह या जितेश शर्मा में से एक खिलाड़ी को प्लेइंग 11 में जगह दी जानी चाहिए। इन दोनों खिलाड़ियों के पास अंत के ओवरों में बल्लेबाजी का अनुभव है। इसके अलावा अक्षर पटेल और हार्दिक पंड्या भी हैं। ऐसा करने से प्लेइंग 11 संतुलित होगी।

बेमतलब का प्लेइंग 11 से छेड़छाड़ क्यों

बांग्लादेश के खिलाफ शुभमन गिल के आउट होने के बाद शिवम दुबे क्रीज पर उतरे। उस समय स्पिनर गेंदबाजी कर रहे थे। भारतीय टीम मैनेजमेंट की सोच खराब नहीं थी। शिवम चल गए होते तो भारतीय टीम बड़ा स्कोर खड़ा कर देती, लेकिन क्या संजू सैमसन को 3 पर भेजा जाता तो ऐसा नहीं होता? संजू आते या सूर्यकुमार सामान रूप से ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते। फिर बेमतलब का बल्लेबाजी क्रम से छेड़छाड़ क्यों किया जा रहा है।