भारत समेत दुनिया के कई स्टार क्रिकेटर्स ऐसे हैं, जिन्होंने क्रिकेट में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के अलावा अन्य खेलों में भी महारात हासिल की है। इसमें सीमित ओवर फॉर्मेट में भारत के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 में उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (आरसीबी) के साथी रहे एबी डिविलियर्स और अजिंक्य रहाणे का नाम भी नाम शामिल है।

युजवेंद्र चहल बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसाने के अलावा शतरंज की बिसात पर भी मात देने की क्षमता रखते हैं। युजवेंद्र चहल विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। बाद में जब प्रायोजक खोजने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा तो उन्होंने इस खेल को छोड़ दिया। हालांकि, वह विश्व शतरंज संघ की आधिकारिक वेबसाइट में सूचीबद्ध हैं।

क्रिकेट के मैदान पर मिस्टर 360 डिग्री के नाम से फेमस एबी डिविलियर्स के बारे में बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि उन्हें टेनिस में भी महारात हासिल है। एबी डिविलियर्स दक्षिण अफ्रीका की जूनियर डेविस कप टेनिस टीम के सदस्य भी रह चुके हैं। यही नहीं, वह साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन के फाइनलिस्ट रहे हमवतन केविन एंडरसन को सीधे सेटों में हरा भी चुके हैं। यह बात केविन एंडरसन ने खुद स्वीकार की थी। डिविलियर्स तब 12 साल और केविन 10 साल के थे।

भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के पूर्व उप कप्तान अजिंक्य रहाणे कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल कर चुके हैं। वह अपनी जिजीविषा के लिए जाने जाते हैं। कहा जाता है कि रहाणे जब 8 साल के थे, तब वह डोंबिवली में खुद से तीन गुना बड़ी उम्र के गेंदबाज के साथ क्रिकेट खेल रहे थे। उस गेंदबाज के लगातार 3 बाउंसर उनके हेलमेट पर लगे। रहाणे रोने लगा, लेकिन कुछ देर बाद खड़े हुए और उसकी गेंदबाज को लगातार पांच चौके मारे।

क्रिकेट में कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकीं ऑस्ट्रेलिया की एलिस पैरी (Ellyse Perry) अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी भी रह चुकी हैं। वह फीफा वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की ओर से हिस्सा भी ले चुकी हैं। फुटबॉल में उनकी पोजीशन एक डिफेंडर की थी।

चार अगस्त 2007 को पेरी जब सिर्फ 16 सा 9 महीने की थीं, तब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के लिए अपना पहला मैच हांगकांग स्टेडियम (2008 बीजिंग ओलंपिक क्वालिफायर मैच) में खेला था। वह 2008 एएफसी वुमन्स एशियन कप में भी ऑस्ट्रेलिया की ओर से हिस्सा ले चुकी हैं। वह 2011 में फीफा वुमन्स वर्ल्ड कप में खेली थीं। उन्होंने स्वीडन के खिलाफ मैच में एक गोल भी किया था।

भारत को पहली बार वनडे वर्ल्ड कप चैंपियन बनाने वाले महान क्रिकेटर कपिल देव पेशेवर गोल्फर भी हैं। मार्च 2021 में वह भारतीय पेशेवर गोल्फ टूर (पीजीटीआई) के बोर्ड सदस्य भी बन गए। कपिल देव कई सीनियर एमेच्योर गोल्फ टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

यही नहीं, 24 सितंबर 2008 को कपिल देव भारतीय प्रादेशिक सेना में शामिल हुए थे। तत्कालीन थल सेनाध्यक्ष जनरल दीपक कपूर ने उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) के रूप में नियुक्त किया था। कपिल देव को 2019 में हरियाणा के खेल विश्वविद्यालय के पहले चांसलर के रूप में नियुक्त किया गया था। कपिल देव ने घरेलू क्रिकेट में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया था।