भारत के स्टार बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे टेस्ट क्रिकेट में टीम के अहम सदस्य हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपनी कप्तानी से भी उन्होंने सबका दिल जीता था। टीम इंडिया 0-1 से पीछड़ने के बाद भी सीरीज जीतने में सफल हुई थी। रहाणे एक बेहतरीन बल्लेबाज होने के साथ-साथ चुस्त फील्डर भी हैं। वे ज्यादातर मौकों पर स्लिप में फील्डिंग करते नजर आते हैं। रहाणे ने एक इंटरव्यू में अपनी चुस्त फील्डिंग का राज खोला था।
रहाणे ने स्पोर्ट्स प्रेजेंटर और कॉमेडियन विक्रम साठये को दिए इंटरव्यू में कई खुलासे किए थे। विक्रम ने उनसे पूछा, ‘‘आपकी पत्नी कहती है कि घर पर आप सोफे पर पड़े रहते हो। उठते भी नहीं हो और स्लिप में इतनी अच्छी रिएक्शन टाइम?’’ इस पर रहाणे ने कहा था, ‘‘दरअसल, मैंने जब शुरू किया था तो हम मुंबई में लोकल ट्रेन से सफर करते थे। डोंबिवली से मैंने शुरू किया था ट्रैवल करना। हमारे लिए हर एक सेकंड और हर एक मिनट महत्वपूर्ण होता था। सुबह हम यात्रा शुरू करते थे। डोंबिवली से सुबह में कभी 5.50 तो 5.52 की लोकल होती थी। इसलिए हर एक सेकंड जरूरी था। मुंबई वालों की तरह समय का बहुत ध्यान रखता हूं। वो मेरा अनुशासन स्लिप कैचिंग में भी आया है।’’
रहाणे ने इसके बाद कहा, ‘‘इसके अलावा ट्रेनिंग ने बहुत ज्यादा योगदान दिया है। जब मैं इंग्लैंड के खिलाफ चोटिल हुआ था तब मेरे लिए जरूरी था कि कैच लेने समय ज्यादा ध्यान रखूं। क्योंकि चोटिल होने के बाद यह होता है कि जिस जगह चोट लगी हो वहां दोबारा नहीं लगनी चाहिए। जब भी मैं चोटिल होने के बाद प्रैक्टिस करने जाता था तो ध्यान चोट पर जरूर रहता था। इसके बाद भी प्रैक्टिस करता था। इंग्लैंड के खिलाफ जब मैंने जो रूट का एक हाथ से कैच लिया था तो उसकी टाइमिंग 0.45 था। बांग्लादेश के खिलाफ 0.40 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्टीव स्मिथ के कैच की टाइमिंग 0.34 थी। इसके बाद पीटर हैंड्सकॉम्ब के कैच की टाइमिंग 0.26 थी।’’
रहाणे के करियर की बात करें तो उन्होंने 73 टेस्ट, 90 वनडे और 20 टी20 मैच खेले हैं। इस दौरान रहाणे ने टेस्ट में 41.29 की औसत से 4583, वनडे में 35.26 की औसत से 2962 और 20 टी20 में 375 रन बनाए हैं। रहाणे ने टेस्ट में 95 कैच, वनडे में 48 और टी20 में 16 कैच लिए हैं। उन्होंने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में की थी। पहला वनडे 2011 में इंग्लैंड और पहला टी20 मैच 2011 में ही इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।