भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व टेस्ट कप्तान अनिल कुंबले (Anil Kumble) को महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के दोबारा टीम में वापसी पर भरोसा नहीं हैं। एक साक्षात्कार में टीम इंडिया के कोच रह चुके कुंबले ने कहा, मुझे पक्का यकीन नहीं है कि महेंद्र सिंह धोनी मौजूदा टीम में जगह पाने के दावेदार हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं को उनके भविष्य को लेकर चर्चा करनी चाहिए। हालांकि, कुंबले ने यह भी स्पष्ट किया कि यह दिग्गज विकेटकीपर उचित विदाई के हकदार हैं। चयनकर्ताओं को उनके भविष्य को लेकर धोनी से बात करनी चाहिए। धोनी का क्रिकेट को दिया गया योगदान शानदार है।
धोनी आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार के बाद से क्रिकेट से दूर हैं। वे वेस्टइंडीज दौरे के लिए भी नहीं चुने गए थे। हालांकि, तब धोनी ने खुद ही स्पष्ट किया था कि उन्होंने सेना को अपनी सेवाएं देने के लिए क्रिकेट से ब्रेक लिया है। अब 15 सितंबर से भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज खेलनी है। उसके लिए भी चुनी गई टीम इंडिया में धोनी का नाम नहीं है। ऐसे में धोनी के संन्यास लेने की चर्चाओं को बल मिलने लगा है। भारत ने ही विदेशी मीडिया तक में उनके भविष्य को लेकर चर्चा हो रही है। चयनकर्ता भी संकेत दे चुके हैं कि वे भविष्य की ओर देख रहे हैं।
धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने के बारे में कुंबले ने क्रिकेटनेक्स्ट से कहा, ‘मुझे लगता है कि ऋषभ पंत ने विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर मजबूत दावा पेश किया है। टी20 फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन खासा शानदार रहा है। इस स्थिति में महेंद्र सिंह धोनी से बातचीत करना जरूरी है। वे अच्छी विदाई का हकदार हैं। आपको (चयनकर्ताओं) उनसे बात करनी चाहिए।’
कुंबले ने कहा, ‘टीम की खातिर चयनकर्ताओं को योजनाओं को लेकर चर्चा करना चाहिए। यह जरूरी है कि इसके बारे में उन्हें सही से बताया जाए। अगर चयनकर्ता सोचते हैं कि धोनी टी20 विश्व कप की योजना के लिए फिट हैं, तो मुझे लगता है कि उन्हें हर मैच में खेलना चाहिए। अगर ऐसा नहीं है तो चयनकर्ताओं को उनकी विदाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए। मुझे लगता है कि उन्हें अगले दो महीने में ऐसा कर लिया जाना चाहिए।’