भारतीय फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी सुनील छेत्री ने 21 जून 2023 की रात एक और उपलब्धि अपने नाम की। SAFF चैंपियनशिप पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अपने असाधारण प्रदर्शन के साथ सुनील छेत्री ने न केवल भारत के लिए एक उल्लेखनीय जीत हासिल की, बल्कि फुटबॉल इतिहास में अपना नाम भी दर्ज कराया। सुनील छेत्री सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले फुटबॉलर्स में अब चौथे नंबर पर पहुंच गए हैं।

सुनील छेत्री के अब 90 अंतरराष्ट्रीय गोल हो गए हैं। सुनील छेत्री ने मलेशिया के मोख्तार दहारी (Mokhtar Dahari) को पीछे छोड़ा। मोख्तार दहारी ने अपने करियर के दौरान 142 मैच में 89 गोल किए थे। सुनील छेत्री ने 138वें मैच में ही यह उपलब्धि अपने नाम कर ली है।

इस सूची में पहले नंबर पर पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के 200 मैच में 123 गोल हैं। ईरान के अली देई (Ali Daei) ने अपने करियर में 148 मैच में 109 गोल किए थे। अर्जेंटीना को फीफा चैंपियन बनाने वाले कप्तान लियोनेल मेसी 175 मैच में 103 गोल कर चुके हैं।

तीन अगस्त 2023 को 39 साल के होने वाले सुनील छेत्री ने यह उपलब्धि उस उम्र में हासिल की है, जिस उम्र में अधिकतर फुटबॉलर संन्यास लेने की सोचने लगते हैं। महान फुटबॉलर लियोनेल मेसी को ही लें। मेसी अभी 35 साल के हैं, लेकिन वह अगला वर्ल्ड कप खेलने के लिए मना कर चुके हैं।

अमर है नंबर 11

जिस उम्र में खिलाड़ी संन्यास के बारे में सोचने लगते हैं उस उम्र में भी सुनील छेत्री दर्शकों के लिए आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र है। उनके खेल पर मानो उम्र का कोई असर ही नहीं है। इसकी एक बानगी भारत और पाकिस्तान के बीच सैफ फुटबॉल चैंपियनशिप के मैच के दौरान देखने को मिली। बेंगुलरु वेस्ट ब्लॉक ब्लूज स्टैंड पर एक बड़े से बैनर पर लिखा था, ‘अमर है नंबर 11’। यह सुनील छेत्री के प्रति दर्शकों का प्यार और सम्मान था।

लेबनान के खिलाफ भी पहला गोल सुनील छेत्री ने किया था

श्री कांतीराव स्टेडियम पर मौजूद दर्शकों ने भारतीय कप्तान के हर मूव की हौसलाअफजाई की। भारत ने 4-0 से जीत दर्ज की। इसमें 11 नंबर की जर्सी वाले सुनील छेत्री की हैट्रिक भी शामिल थी। पिछले शनिवार को भारत ने फीफा रैंकिंग में अपने से बेहतर टीम लेबनान को 2-0 से हराकर इंटर कॉन्टिनेंटल कप जीता। उस मैच में भी पहला गोल सुनील छेत्री का था।

भारी बारिश के बीच बेंगलुरु में स्टेडियम में दर्शक बड़ी संख्या में मौजूद थे। उन्हें जीत से कम कुछ गंवारा नहीं था। भारत और पाकिस्तान के बीच खेल के मैदान पर वर्षों से चली आ रही प्रतिद्वंद्विता हर मुकाबले को खास बनाती आई है और सुनील छेत्री अपनी ओर से इसे यादगार बनाना चाहते थे।

सीटी बजने के बाद पता नहीं क्या हो जाता है: सुनील छेत्री

सुनील छेत्री ने आईएसएल (ISL) के एक वीडियो में कहा था, ‘पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले जब भी हम खिलाड़ियों से मिलते तो काफी दोस्ताना बात होती है। मैं एक या दो बार पाकिस्तान गया तब भी काफी दोस्ताना माहौल था। वे पंजाबी बोलते हैं और हम भी पंजाबी में बात करते थे।’

सुनील छेत्री ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा था, ‘… लेकिन सीटी बजने के बाद पता नहीं क्या हो जाता है। शायद हमारी और उनकी परवरिश ही ऐसे हुई है। हम उनसे कभी नहीं हारना चाहते और यही बात उनके बारे में भी कही जा सकती है।’

क्लीन शीट रखकर बहुत खुशी मिलती है: सुनील छेत्री

पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद भी सुनील छेत्री ने कहा, ‘क्लीन शीट रखकर बहुत खुशी मिलती है। यही हमारा पहला लक्ष्य था। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में गोल करना आसान नहीं है। इसके बाद हर मैच में हमें और बेहतर प्रदर्शन करना होगा।’

परफेक्शन पर सुनील छेत्री का फोकस कमाल का है। हर खिलाड़ी की तरह एक दिन उनके करियर का भी पटाक्षेप होगा, लेकिन तब तक मैच दर मैच उनके शानदार प्रदर्शन पर तालियां पीटने के लिए तैयार रहिए।